महाकाल मंदिर के दान पेटी ने उगला खजाना, सावन माह में भक्तों ने की इतने करोड़ रुपये की धन वर्षा

Mahakaleshwar Temple: सावन के 30 दिनों में देश-विदेश से  85 लाख श्रद्धालुओं ने आकर बाबा महाकाल के दर्शन किए. इसमें नागपंचमी पर आए भक्त भी शामिल हैं. इस दौरान बड़ी संख्या में भक्तों ने दान पेटी, ऑनलाइन चेक और नकद के माध्यम से करीब 5 करोड़ का दान किया. वहीं , लड्डू प्रसादी, शीघ्र दर्शन सहित अन्य स्रोत से भी  22 करोड़ की आय हुई. इस तरह मंदिर को कुल 27 करोड़ रुपए की आय हुई है.

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Mahakal Jyotirling: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh ) के उज्जैन (Ujjain) स्थित विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर (Mahakaleshwar Temple) सावन मास में भक्तों के लिए संभवतः सर्वाधिक प्रिय रहा. यही वजह है कि इस पवित्र माह में देशभर से 85 लाख दर्शनार्थी बाबा के दर पर आए और मंदिर को दान के साथ ही लड्डू प्रसाद बिक्री और वीआईपी टिकट से 27 करोड़ की आय हो गई.

दरअसल, सावन का महीना शिव आराधना के लिए विशेष माना जाता है. इसलिए इस महीने में देश के सभी ज्योतिर्लिंगों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं, लेकिन 12 ज्योतिर्लिंगों में से महाकालेश्वर मंदिर को सबसे महत्वपूर्ण माने जाने के कारण सावन के महीने में 11 जुलाई से 9 अगस्त तक यहां 85 लाख से अधिक श्रद्धालु बाबा का आशीर्वाद लेने पहुंचे. इस दौरान, भक्तों ने यहां खुले दिल से दान देने के साथ ही वीआईपी टिकट और लड्डू भोग प्रसाद खरीदने में भी कंजूसी नहीं बरती. नतीजतन दान पेटी खोलने पर उसमें पांच करोड़ की राशि निकली. वहीं, अन्य स्रोतों से मंदिर को 22 करोड़ की आय हुई.

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ऐसे हुई मंदिर को 27 करोड़ की आय

मंदिर प्रशासक प्रथम कौशिक ने बताया कि श्रावण माह भगवान शिव को अति प्रिय है. इसलिए सावन के 30 दिनों में देश-विदेश से  85 लाख श्रद्धालुओं ने आकर बाबा के दर्शन किए. इसमें नागपंचमी पर आए भक्त भी शामिल हैं. इस दौरान बड़ी संख्या में भक्तों ने दान पेटी, ऑनलाइन चेक और नकद के माध्यम से करीब 5 करोड़ का दान किया. वहीं , लड्डू प्रसादी, शीघ्र दर्शन सहित अन्य स्रोत से भी  22 करोड़ की आय हुई. इस तरह मंदिर को कुल 27 करोड़ रुपए की आय हुई है.

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महाकाल लोक से भी आय में हुई वृद्धि

महाकाल मंदिर के मुताबिक महाकाल लोक बनने के बाद से दर्शनार्थियों की संख्या में जमकर इजाफा हुआ. 2023 में 5.28 करोड़ श्रद्धालु आए थे. 2024 में यह संख्या 7.32 करोड़ हो गई. पिछले दो साल में करीब 12 करोड़ 32 लाख श्रद्धालु बाबा महाकाल के दर्शन करने आए हैं. श्रद्धालु के दान से मंदिर की व्यवस्था, धर्मशाला, अन्न क्षेत्र, गोशाला, महाकालेश्वर वैदिक शोध संस्था,पर्वों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम, महाकाल मंदिर विस्तारीकरण और मंदिर की सुरक्षा पर पैसा खर्च होता है.

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साल दर साल ऐसे बढ़ती गई दान की राशि

  • साल                           दान (रुपये करोड़ में)
  • 2019-20                     15,04,68,572
  • 2020-21                      9,46,04,472
  • 2021-22                     19,97,42,018
  • 2022-23                     38,91,54,901
  • 2023-24                     59,91,20,297
  • 2024-25                     51,22,39,268

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