MP में खुलेंगे 7 नए वन स्टॉप सेंटर, जानें कैसे महिलाओं के लिए है 'संकटमोचक'

One Stop Center: महिलाओं के लिए सरकारी स्तर पर जो योजनाएं चल रही हैं, उनमें वन स्टॉप सेंटर योजना काफी कारगर है. इस योजना का मकसद लिंग के आधार पर हिंसा झेलने वाली महिलाओं को तुरंत और हर तरह की मदद उपलब्ध कराना है. इस योजना को सखी नाम से भी जाना जाता है.

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One Stop Centers in MP: मध्य प्रदेश में 7 नए वन स्टॉप सेंटर (One Stop Centers) खुलेंगे. इसके लिए केंद्रीय महिला बाल विकास मंत्रालय (Central Women and Child Development Ministry) ने स्वीकृति दे दी है. प्रदेश में अब तक 57 ओएससी सेंटर्स संचालित किए जा रहे थे, लेकिन इन 7 नए वन स्टॉप सेंटर की स्वीकृति मिलने के बाद मध्य प्रदेश में अब इनकी संख्या 64 हो जाएगी. 

इन जिलों में खुलेंगे वन स्टॉप सेंटर

वन स्टॉप सेंटर इंदौर के रसूलिया, झाबुआ जिले के पेटलावाद, धार के पीथमपुर और मनावर सहित नए जिले पांढुर्ना, मऊगंज और मैहर में खोले जाएंगे. 

MP में वन स्टॉप सेंटर की संख्या 64 हो जाएगी

इन जिलों में वन स्टॉप सेंटर खुलने के बाद महिलाओं को किसी भी प्रकार की हिंसा के बाद न्याय पाने के लिए भटकना नहीं पड़ेगा. वहीं महिलाएं अपने साथ हुए अत्याचार और घरेलू हिंसा के बारे में इन सेंटरों में बता पाएंगी. बता दें कि मध्य प्रदेश में अब तक 57 ओएससी सेंटर्स संचालित किये जा रहे थे. वहीं इन 7 नये वन स्टॉप सेंटर के खुलने के बाद यहां  इनकी संख्या 64 हो जाएगी.

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महिलाओं की कैसे मदद करती है वन स्टॉप सेंटर 

'वन स्टॉप सेंटर' योजना की शुरुआत अप्रैल, 2015 में हुई थी. इस योजना के तहत, महिला व बाल विकास मंत्रालय ऐसी महिलाओं को सहायता प्रदान करता है, जो शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक या यौन शोषण की मार झेल रही हैं. घर, दफ्तर या किसी भी अन्य जगह लिंग के आधार पर हिंसा झेलने वाली महिलाओं को तुरंत कानूनी, मेडिकल और अगर जरूरत है तो मनोवैज्ञानिक काउंसलिंग प्रदान की जाती है. 'वन स्टॉप सेंटर' की माध्यम से महिलाओं को मदद मिलती है:- इमरजेंसी रेस्क्यू सर्विस, मेडिकल सहायता, मानसिक काउंसलिंग, कानूनी मदद, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सुविधा. 
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