2024 Lok Sabha Election : 2019 में गुना से 1.21 लाख वोटों से हारे थे सिंधिया, अब जीत के लिए चला ये पैंतरा

Jyotiraditya Scindia News: गुना के बमोरी विधानसभा क्षेत्र में आदिवासियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा शासित केंद्र देश के 12,665 आदिवासी गांवों के विकास के लिए 25,000 करोड़ रुपये खर्च करेगा. उन्होंने कहा कि देश और दुनिया में यदि कोई सच्चे अर्थों में धरती माता का संरक्षण करता है, तो वह आदिवासी समाज है.

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Lok Sabha Election 2024 News: 2019 लोकसभा चुनाव में गुना से कांग्रेस (Congress Party) उम्मीदवार के रूप में भाजपा (BJP ) के केपी यादव से 1.21 खिलाफ से अधिक वोटों से हार चुके केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) इस बार चुनाव जीतने के लिए कोई कोरसर छोड़ना नहीं चाहती है. इसी कड़ी में लोकसभा चुनाव (थधक एोवपो ) चुनाव से पहले से पहले सिंधिया ने गुना जिले में आदिवासी परिवार के साथ दोपहर का भोजन किया. इस मौके पर उन्होंने आदिवासी समाज की जमकर तारीफ की और आदिवासियों को आदिवासियों को जल, जंगल और जमीन का संरक्षक बताया. 

आदिवासियों को बताया प्रकृति का असली संरक्षक

गुना के बमोरी विधानसभा क्षेत्र में आदिवासियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा शासित केंद्र देश के 12,665 आदिवासी गांवों के विकास के लिए 25,000 करोड़ रुपये खर्च करेगा. उन्होंने कहा कि देश और दुनिया में यदि कोई सच्चे अर्थों में धरती माता का संरक्षण करता है, तो वह आदिवासी समाज है. यह हजारों वर्षों से जल, जंगल और जमीन का संरक्षण कर रहा है. मूलनिवासी जल, जंगल और जमीन के संरक्षक हैं.

सात मई को होगा मतदान 

उन्होंने कहा कि अगर दुनिया ने स्वदेशी लोगों की जीवनशैली और प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के तरीके का पालन किया होता तो जलवायु परिवर्तन नहीं होता. बाद में सिंधिया ने एक आदिवासी महिला के घर पर दोपहर का भोजन किया, जहां उन्होंने दाल-बाटी का आनंद लिया. मध्य प्रदेश की चर्चित लोकसभा सीटों में से एक गुना पर सात मई को मतदान होगा.

सिंधिया की पुस्तैनी सीट है गुना

सिंधिया 2019 में गुना से कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में भाजपा के के पी यादव से 1.21 लाख से अधिक वोटों से हार गए थे. इससे पहले, उन्होंने 2002 से इस निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था.

गुना का प्रतिनिधित्व उनकी दादी और भाजपा की कद्दावर नेता विजया राजे सिंधिया ने छह बार और उनके पिता एवं कांग्रेस नेता माधवराव सिंधिया ने चार बार किया था. ऐसी अटकलें हैं कि कांग्रेस इस निर्वाचन क्षेत्र में यादव मतदाताओं की अनुमानित दो लाख आबादी को ध्यान में रखते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव को सिंधिया के खिलाफ खड़ा कर सकती है.

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कांग्रेस से की थी बगावत

कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि वे सिंधिया को हराने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे. सिंधिया के मार्च 2020 में अपने वफादार विधायकों के साथ भाजपा में शामिल होने से राज्य में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार गिर गई थी. प्रदेश कांग्रेस की मीडिया इकाई के प्रमुख के के मिश्रा ने पहले बताया था कि हम यह सुनिश्चित करने जा रहे हैं कि सिंधिया किसी भी कीमत पर चुनाव हारें. 2019 के आम चुनाव में भाजपा ने मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीट में से 28 पर जीत हासिल की थी.

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