कॉलेज ग्राउंड पर दौड़ते हुए 16 साल के बच्चे की अचानक मौत, तेजी से बढ़ रहे साइलेंट अटैक के मामले

जिले में कम उम्र में अचानक मौत के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. 29 जनवरी को जिले के ताल क्षेत्र के खारवाकला निवासी 13 वर्षीय बालक मंगल डांगी की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी.

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16 साल के बच्चे की साइलेंट अटैक से हुई मौत

Ratlam Silent Attack News: पिछले कुछ समय से कम उम्र में साइलेंट अटैक के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. चलते-फिरते, वाहन चलाते, दौड़ते-भागते कम उम्र के युवा इसका शिकार बन रहे हैं. कम उम्र में हो रहीं इन मौतों से हर कोई हैरान है. सोमवार सुबह भी शहर के कॉलेज ग्राउंड पर रनिंग कर रहे 16 वर्षीय बालक की अचानक मौत हो गई. मौत का कारण साइलेंट अटैक बताया जा रहा है. सोमवार सुबह शहर के कॉलेज ग्राउंड पर हुई इस घटना ने सभी को स्तब्ध कर दिया है. शहर के बालाजी नगर निवासी आशुतोष कुमावत की मैदान में दौड़ते हुए अचानक तबियत बिगड़ी और उसके बाद अस्पताल में उसकी मौत हो गई.

चक्कर आकर बेहोश हुआ छात्र

परिजनों के अनुसार आशुतोष सुबह 6:00 बजे के लगभग अपने दोस्त के साथ दौड़ने के लिए कॉलेज ग्राउंड पर गया था. कुछ देर बाद अस्पताल से उसके दोस्त का फोन आया. इसके बाद परिजन अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने आशुतोष के निधन की सूचना दी. बताया जा रहा है कि आशुतोष कॉलेज ग्राउंड पर दौड़ रहा था. इसी दौरान वह चक्कर खाकर बेहोश हो गया. उसके दोस्त सहित वहां मौजूद कुछ लोग उसे जिला अस्पताल ले गए जहां कुछ देर बाद चिकित्सकों से उसे मृत घोषित कर दिया.

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आर्मी में जाने का था सपना

परिजनों के अनुसार आशुतोष का सपना आर्मी में जाने का था. वह कक्षा ग्यारहवीं का छात्र था. पिछले कुछ दिनों से वह दोस्तों के साथ कॉलेज ग्राउंड पर रनिंग के लिए जा रहा था. आशुतोष घर पर भी कसरत करता था. परिजनों के अनुसार उसे किसी तरह की कोई बीमारी नहीं थी. कल रात भी उसने टीवी देखी और सुबह भी अपने दोस्त के साथ एकदम फिट स्थिति में दौड़ने के लिए गया था. अचानक हुए इस हादसे से आशुतोष के परिजन भी स्तब्ध हैं. उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि यह कैसे हो गया. परिजनों का मन मानने को तैयार नहीं है कि इतनी कम उम्र में आशुतोष को साइलेंट अटैक आ सकता है. परिजनों के अनुसार परिवार में भी किसी की इस तरह की हिस्ट्री नहीं है.

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लगातार बढ़ रहे हैं ऐसे मामले

जिले में कम उम्र में अचानक मौत के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. 29 जनवरी को जिले के ताल क्षेत्र के खारवाकला निवासी 13 वर्षीय बालक मंगल डांगी की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी. इससे पहले 29 जनवरी को रतलाम से मंदसौर जा रही बस के चालक जफर मेव की भी अचानक अटैक से मौत हो गई. अचानक चलती बस में तबियत बिगड़ने पर जफर ने बस को साइड में लगा दिया था और वह बेहोश हो गया. इसके बाद कुछ लोग उसे अस्पताल ले गए थे जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया.

रतलाम मेडिकल कालेज के एमडी मेडिसिन डॉ. तरुणेन्द्र मिश्रा का कहना है कि आजकल देखने में आ रहा है कि बच्चों में जंक फूड, फास्ट फूड का प्रचलन बढ़ गया है. बच्चे मोबाइल में व्यस्त रहते हैं और आउटडोर एक्टिविटी कम हो गई है. यह भी कम उम्र में हो रही इस तरह की घटनाओं का प्रमुख कारण है. बच्चों को खेलकूद की गतिविधियां बढ़ानी होगी. आउटडोर एक्टिविटी पर ध्यान देना होगा.

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रोज सुबह उठकर जाता था ग्राउंड

मृतक के परिजन ने बताया कि आशुतोष अभी कक्षा 11 में पढ़ रहा था और उसका सपना आर्मी में जाने का था. उसे लेकर वह रोज़ सुबह उठकर ग्राउंड जाते थे. सोमवार सुबह जब वह गया तो उसने ग्राउंड का एक राउंड लगाया और गिर गया. साथ के लोग उसे अस्पताल लेकर गए जहां उसकी मौत हो गई. आशुतोष के पिता एमपीईबी में काम करते हैं और उनका एक छोटा बेटा है. मृतक की पड़ोसी रेखा ने बताया कि आशुतोष बहुत मेहनती लड़का था और उसे पेंटिंग का बहुत शौक था. त्योहारों के वक्त वह भगवान के चित्र भी बनाया करता था.