Social Media Side Effects : ज़िंदगी में जहर घोल रहा है सोशल मीडिया, जानिए दूरी बनाना क्यों है जरूरी

इंटरनेट ने इस तरह लोगों को अपने जाल में फँसाया है कि लोग स्क्रॉलिंग करते-करते कब 2 से 4 घंटे बिता देते हैं, उन्हें खुद नहीं पता होता है जिसके चलते लगातार लोगों में नींद की समस्या देखने को मिल रही है.

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Social Media Side Effects : आजकल हर कोई मोबाइल और इंटरनेट का आदी (Mobile & Internet Addiction) हो चुका है. सुबह उठते ही हाथों में मोबाइल से लेकर रात को सोते समय तक बिस्तर पर मोबाइल चलाने का और सोशल मीडिया से जुड़े रहने का ट्रेंड हर उम्र, हर वर्ग के लोगों में देखा जा रहा है. कहने को सोशल मीडिया (Social Media) पर एक तरफ जहां यूज़र्स के ढ़ेरों दोस्त बन रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ यह लोगों को दुख और अकेलापन भी दे रहा है. सोशल मीडिया की लत इतनी बढ़ चुकी है कि लोग अपनी पर्सनल लाइफ को भी पब्लिकली पोस्ट करने से पहले एक बार भी नहीं सोच रहे हैं. क्या आप जानते हैं सोशल मीडिया का ये ट्रेंड आपके जीवन के लिए कितना खतरनाक है और इसे कंट्रोल या अवॉयड करना बेहद जरूरी है. इन दिनों सोशल मीडिया लोगों की लाइफ पर इतना हावी हो चुका है कि लोग बिना मोबाइल और बिना सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म के पांच मिनट भी नहीं रह पाते हैं. जिसका सीधा असर आपकी फिजिकल और मेंटल हेल्थ (Mental Health) पर देखने को मिल रहा है.

रिश्तों में आ रही दरार

आजकल सोशल मीडिया के जरिए किसी से भी बात या कॉन्टैक्ट करना इतना आसान हो गया है कि लोग साथ में बैठकर भी एक-दूसरे से बात नहीं करते हैं और सोशल मीडिया के थ्रू दोस्त बनाकर फोन के जरिए बातें हो रहे हैं. जिसका सीधा दुष्प्रभाव लोगों के रिश्तों में देखने को मिल रहा है. लोग फैमिली टाइम बिताने के बजाय मोबाइल पर बात करना ज्यादा पसंद कर रहे हैं.

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मेंटल प्रेशर

सोशल मीडिया जीवन में एक अलग ही जगह बना चुका है. लोगों फोन और इंटरनेट के इतने आदी हो चुके हैं कि बिना सोशल मीडिया के पांच मिनट भी नहीं रह पाते हैं. इसका सीधा प्रभाव लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ रहा है. डिप्रेशन-तनाव जैसी बीमारियां लगातार लोगों में बढ़ती जा रही है.

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स्लीप साइकल

इंटरनेट ने इस तरह लोगों को अपने जाल में फंसाया है कि लोग स्क्रॉलिंग करते-करते कब 2 से 4 घंटे बिता देते हैं, उन्हें खुद नहीं पता होता है जिसके चलते लगातार लोगों में नींद की समस्या देखने को मिल रही है. लोग आधी रात तक इंटरनेट चलाते रहते हैं जिसके चलते नींद पूरी नहीं हो पाती हैं और लोगों में इन्सोम्निया जैसी बीमारियां देखने को मिल रही है.

जलन और आत्म विश्वास में कमी

सोशल मीडिया में हर कोई अपनी पर्सनल और प्रोफेशनल चीजों को शेयर कर रहा है जिसके चलते लोगों में जलन की भावना पैदा हो रही है. वही लोग आज कल फोटोज और वीडियोज पर आ रहे लाइक्स के जरिए हर चीज़ को देख रहे हैं. यदि कम लाइक्स चाहते हैं तो उनके सेल्फ़ कॉन्फिडेंस में भी कमी होती दिखाई दे रही है. 

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