Shivling Puja: हिन्दू धर्म में शिवलिंग पर जल चढ़ाने का बहुत खास महत्व है. भोलेनाथ (Lord Shiva) को प्रसन्न करने के लिए भक्त शिवलिंग पर जल चढ़ाते हैं. लेकिन, क्या आप जानते हैं शिवलिंग पर जल चढ़ाने से पुण्य फलों की प्राप्ति होती है. इसके साथ ही शिवलिंग पर चढ़े हुए जल को माथे पर लगाने से गंभीर बीमारियों से भी छुटकारा मिल सकता है. शिवलिंग पर जल चढ़ाने से जीवन में क्या लाभ होते हैं? पंडित दुर्गेश ने शिवलिंग (shiv puja) पर जल चढ़ाने (Shivling par jal chadhane ka mahatv) के बारे में बताया है. इस विषय में शिवपुराण (Shivpuran) क्या कहता है, आइए जानते हैं.
शिव पुराण में भी मिलता है उल्लेख
शिवलिंग पर चढ़ा हुआ जल चरणामृत के समान माना जाता है. मान्यता है कि यदि आप इस जल को प्रसाद के रूप में ग्रहण करते हैं तो आपको कई प्रकार के रोगों से छुटकारा मिलता है जिसका वर्णन भी शिव पुराण व 22 अध्याय के अठारहवें श्लोक में है.
ग्रह दोषों से मिलता है छुटकारा
शिवलिंग पर चढ़ाया गया जल को कभी भी फेंकना नहीं चाहिए. इस जल को बहुत ही पवित्र माना जाता है. शिवलिंग पर जल चढ़ाने के बाद उस जल को उंगलियों में लेकर अपनी आंखों पर लगाएं और बाद में अपने गले और माथे से लगा लें. कहा जाता है कि ऐसा करने से व्यक्ति के ग्रह दोषों से मुक्ति मिल जाती है.
जल चढ़ाते समय शिवलिंग छुएं
इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि हमेशा उत्तर दिशा की मुख करके ही शिवलिंग पर जल चढ़ाना चाहिए. शिवलिंग का जल पीते समय इस बात का ध्यान रखें कि वह जल किसी के पैरों पर न गिरे. साथ ही जल को पीते समय शिवलिंग को भी स्पर्ष नहीं करना चाहिए. वरना इसका फल पूर्ण रूप से प्राप्त नहीं होता है.
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