Shani Jayanti Bada Mangal 2025: शनि जयंती और बड़ा मंगल का शुभ संयोग, भगवान को ऐसे करें प्रसन्न

Shani Jayanti Bada Mangal 2025: जहां एक ओर शनि मंदिर में भक्तों की भीड़ हैं वहीं दूसरी ओर हनुमान जी के पूजन के दौरान मंदिर परिसर भक्तों की आवाजों से गूंज उठा. चारों तरफ 'जय श्रीराम', 'जय-जय हनुमान' के जयकारे लगने लगे. तुलसी की माला और लड्डू चढ़ाने के लिए भक्तों में उत्साह और होड़ देखने को मिली. मंदिर में आए श्रद्धालु काफी उत्साह के साथ हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ करते दिखे.

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Shani Jayanti Bada Mangal 2025: शनि जयंती और बड़ा मंगल का शुभ संयोग

Shani Jayanti Bada Mangal 2025: ज्येष्ठ महीने के सभी मंगलवार को 'बड़ा मंगल' या 'बुढ़वा मंगल' कहते हैं. इस दिन खासकर भगवान हनुमान जी की पूजा की जाती है. मान्यता है कि इस दिन हनुमान जी की भक्ति और व्रत करने से हर मनोकामना पूरी होती है. इसके साथ ही हिन्दू धर्म में शनि जयंती का विशेष महत्व होता है. इन्हें कर्मों के अनुसार फल देने वाले देवता कहा जाता है. ऐसा माना जाता है हर व्यक्ति को उसके बुरे और अच्छे कर्म के अनुसार फल मिलता है. जिनके कर्म अच्छे होते हैं उन्हें शनि देव सफलता की ऊंचाइयों पर पहुंचा देते हैं. लेकिन बुरे कर्मों के लिए सख्ती भी बरतते हैं. तीसरे बड़े मंगल के अवसर पर प्रयागराज के बंधवा स्थित लेटे हुए हनुमान जी के मंदिर में सुबह-सुबह भक्तों की लंबी कतार देखने को मिली. यहां श्रद्धा और विश्वास के साथ लोगों की आस्था का अद्भुत संगम देखने को मिला. 

शनि देव को प्रसन्न करने का उपाय Shani Dev Upay

शनि सूर्य देव और छाया के पुत्र हैं. यमराज इनके भाई और यमुना और भद्रा इनकी बहनें हैं. आपको बता दें कि शनि देव त्रिकाल दर्शी भी हैं. शनि सत्य और धर्म के मार्ग पर चलने वालों को उन्नति प्रदान करते हैं. उन्हें रंक से राजा बना देते हैं. साथ ही पाप कर्म करने वालों को राजा से रंक बना देते हैं. वहीं, शनि देव जी की पूजा करते समय कभी उनसे नजर नहीं मिलानी चाहिए. दरअसल, शनि देव अपनी पत्नी की ओर ध्यान नहीं देते थे. वे अपने कार्य में व्यस्त रहते थे. तब एक दिन रुष्ट होकर पत्नी ने शनि देव को श्राप दिया कि आज के बाद आप किसी को भी देखेंगे तो उसका नाश हो जाएगा. इसलिए शनि देव की आंख में कभी नहीं देखना चाहिए. 

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इस दिन आप शनि देव को प्रसन्न करने के लिए कड़वे तेल में अपना चेहरा देख कर उसका दान कर सकते हैं. कभी भी भूलकर किसी गरीब का अपमान न करें. बल्कि गरीब और मजदूरों को सदैव प्रसन्न रखिए. पीपल और शमी के अधिक से अधिक पेड़ लगाएं और उन्हें पोषित करिए. पीपल के पेड़ को मीठे जल से सींचिए. साथ ही इस दिन हनुमान जी की आराधना करिए. इसके अलावा शनि मंत्र का जाप और दशरथ कृत शनि स्त्रोत का पाठ करिए. आप काली वस्तुओं का भी दान कर सकते हैं. 

काले तिल, काली उड़द, लोहे का पात्र, काला कपड़ा, कड़वा तेल आदि दान करिए. इससे आपकी कुंडली में शनि का प्रकोप कम होगा. 

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बड़ा मंगल पर प्रयागराज में भीड़

एक श्रद्धालु ने कहा, "सुबह-सुबह गंगा स्नान करके हम मंदिर में आए हैं. मंदिर में भीड़ ज्यादा है, बावजूद इसके हमने हनुमान जी के अच्छे से दर्शन किए हैं. हमारी बस हनुमान जी से यही कामना है कि वह सभी का कल्याण करें."

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एक ही तिथि में बड़ा मंगल और शनि जयंती पर पड़ता अत्यंत दुर्लभ माना जाता है, जिससे कि हनुमान जी और शनि देव की एक साथ कृपा पाई जा सकती है. आज के दिन आप कुछ विशेष उपाय कर अपने जीवन की बाधाओं और समस्याओं को भी दूर कर सकते हैं.

स्थानीय श्रद्धालु ने कहा, "आज तीसरा बड़ा मंगलवार है, संगम स्नान के बाद बजरंगबली के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त हुआ. हमारी कामना है कि सभी भक्तों को ये सौभाग्य प्राप्त हो." हनुमान जी के दर्शन को आए एक अन्य व्यक्ति ने कहा, "ज्येष्ठ महीने के सभी मंगलवार को बड़े पर्व की तरह मनाया जाता है और जिस तरह से श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिलती है, उससे पता चलता है कि हमारा सनातन धर्म तेजी से आगे बढ़ रहा है. गंगा स्नान के बाद हनुमान जी के दर्शन करने से अधिक लाभ मिलता है."

'बड़ा मंगल' के चलते मंदिर प्रांगण में सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए थे ताकि आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो. सुरक्षा कर्मी पूरी तत्परता से कार्यरत थे ताकि सभी भक्त आराम से दर्शन पूजन कर सकें. इन सभी प्रयासों से श्रद्धालुओं को सुरक्षित और सुविधाजनक माहौल मिला और शांतिपूर्ण ढंग से अपने गंतव्य की ओर प्रस्थान कर सकें.

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