Gudi Padwa 2025: कब है हिंदू नववर्ष, यहां जानें-शुभ मुहूर्त और गुड़ी पड़वा का महत्व

Gudi Padwa 2025 Date and Time: पूरे भारत में हिंदू मान्यताओं के अनुसार नववर्ष 1 जनवरी को न होकर मार्च और अप्रैल के महीने से होती है. इसे अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग नामों से जाना जाता है. महाराष्ट्र में मनाए जाने वाले गुड़ी पड़वा पर्व की अपनी महिमा है. आइए आपको गुड़ी पड़वा 2025 की सही तिथि और महत्व के बारे में विस्तार से बताते हैं.

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Gudi Padwa 2025 Date: पंचांग के अनुसार इस दिन है गुड़ी पड़वा का त्योहार

Gudi Padwa Kab hai: महाराष्ट्र (Maharashtra) और आसपास के क्षेत्रों में हिंदू नववर्ष को गुड़ी पड़वा (Gudi Padwa) के रूप में मनाया जाता है. इसे हर साल चैत्र मास, शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को मनाया जाता है. मान्यताओं के अनुसार, इस दिन लोग घर की साफ-सफाई की जाती है और पारंपरिक भोजन बनाए जाते हैं. साथ ही, इस दिन लोग गुड़ी नाम की ध्वजा भी फहराते हैं. आइए आपको इसके महत्व के बारे में बताते हैं.

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गुड़ी पड़वा 2025 की तिथि

हिंदू पंचांग की मानें, तो हर साल चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को गुड़ी पड़वा का पर्व मनाया जाता है. साल 2025 में ये खास तिथि 29 मार्च को शाम 4 बजकर 27 मिनट से शुरू होगी और 30 मार्च को दोपहर 12 बजकर 49 मिनट पर खत्म होगी. हिंदू धर्म में उदया तिथि का विशेष महत्व है. इसलिए गुड़ी पड़वा का पर्व 30 मार्च को मनाया जाएगा.

गुड़ी पड़वा का खास महत्व

हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, गुड़ी पड़वा के दिन ही ब्रह्मा जी ने सृष्टि की रचना की थी. प्राकृतिक रूप से देखें, तो इस पर्व को वसंत ऋतु का नई उमंग और जीवन की शुरूआत का प्रतीक माना जाता है. यह पर्व हिन्दू धर्म की परंपराओं, संस्कृति और कृषि के महत्व को समझाता है.

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गुड़ी लगाने के लिए शुभ दिशा क्या है?

गुड़ी पड़वा के दिन गुड़ी ध्वज को पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है. ऐसे इसलिए, क्योंकि इस दिशा में ही सूर्योदय होता है. इसलिए पूर्व दिशा को शुभ, उर्जा और नई शुरुआत का प्रतीक माना जाता है. हालांकि, आप गुड़ी को उत्तर-पूर्व दिशा में भी लगा सकते हैं, जिससे सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि का संचार होता है.

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