Jobs for 12th Pass: 12वीं पास कर चुके युवाओं के लिए एक सुनहरा मौक़ा आया है. जो युवा सॉफ़्टवेयर (Software) के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाना चाहते हैं, उनके लिए एक साल का ख़ास प्रोग्राम तैयार है. आर्ट्स (Arts), कॉमर्स (Commerce) या कोई भी स्ट्रीम का स्टूडेंट (Student) ये कोर्स (Course) कर सकता है. जिसके लिए किसी भी प्रकार की फीस नहीं लगेगी यह कोर्स पूर्णतः नि शुल्क (Free Courses for 12th pass Students) है. आइए जानते हैं इस कोर्स की डिटेल्स (Course Details) जानते हैं...
250 से अधिक युवाओं को देंगे ट्रेनिंग
IIT इंदौर दृष्टि CPS फ़ाउंडेशन युवाओं को टेक्निकल लेवल पर रोज़गार दिलाने के लिए कार्य कर रहा है, इसी कड़ी में इन्फोबींस फ़ाउंडेशन के साथ एक वर्ष का करार किया गया है, जिसके अंतर्गत 250 से अधिक युवाओं को सॉफ़्टवेयर डेवलपमेंट और आर्टिफिशल इंटेलिजेंस की ट्रेनिंग दी जाएगी.
मध्यम वर्ग उठा रहा लाभ
इंफोबीन्स टैक्नोलॉजी के को-फ़ाउंडर अविनाश सेठी ने बताया कि यह एक साल का प्रोग्राम है, शहर में तीन सेंटर संचालित किए जा रहे हैं, सेंटर खोलते वक़्त इस बात का ख़ास ध्यान रखा जाता है कि मध्यम वर्ग तक इसका लाभ आसानी से पहुंचे, इसकी शुरुआत 2019 में हुई अब तक 150 स्टूडेंट्स ने इस कोर्स को किया है, जिसमें 120 स्टूडेंट्स आज कई नामी कंपनी में काम कर रहे हैं, जिनमें औसतन पैकेज 2-4 लाख रुपये का है.
TCS जैसी कंपनी में कर रहे काम
वर्तमान में पांच बैच एक साथ चल रहे हैं, पिछले चार सालों में हर एक बैच के करीब 40 युवा साल भर की सॉफ़्टवेयर प्रोग्रामिंग की ट्रेनिंग लेकर रोज़गार प्राप्त करने में सफल रहे हैं, अभी तक 55 कंपनियों में युवा जॉब ले चुके हैं, जिनमें TCS, सेल्सफोर्स, इन्फोबीन्स और कोडिएन्ट शामिल हैं.
गर्ल ओनली बैच करेंगे संचालित
इन्फोबींस फाउंडेशन के तहत एक महत्वपूर्ण करार हुआ है, जिसमें फिक्की फ़्लो इंदौर के सदस्य मिलकर 40 युवा लड़कियों की एक गर्ल ओनली बैच को संचालित करेंगे, ये सॉफ़्टवेयर डेवलपमेंट ट्रेनिंग साल भर चलेगी और लड़कियों के लिए यह शिक्षा पूर्ण रूप से मुफ्त रहेगी, फिक्की फ़्लो इंदौर के सदस्य हर एक लड़की की मेंटर करेंगे आगे बढ़ने के लिए उन्हें मोटिवेट करेंगे और इसके साथ ही उनकी पढ़ाई का ख़र्चा भी उठाएंगे और उनकी ट्रेनिंग में भी सहायता करेंगे. इस परियोजना को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से इंफोबीन्स फ़ाउंडेशन और फिक्की फ़्लो इंदौर ने हाथ मिलाया है इस बार लक्ष्य पूर्ण रूप से लड़कियों को रोज़गार देना है, जोकि फिक्की फ़्लो कर राष्ट्रीय स्तर का है.