Bhaum Pradosh Vrat Upaay: हिन्दू धर्म में प्रदोष व्रत का विशेष महत्व है. हिंदी पंचांग के अनुसार मंगलवार के दिन पड़ने वाले प्रदोष व्रत को भौमप्रदोष हो जाता है. इस दिन भोलेनाथ (Shiv puja) की आराधना के साथ हनुमान जी की भी पूजा (Hanuman Puja) की जाती है. यदि किसी की कुंडली में मंगल दोष है तो उससे छुटकारा पाने के लिए भौम प्रदोष व्रत का दिन सबसे उत्तम होगा, आइये जानते हैं इस दिन करने वाले उपायों के बारे में...
भौम प्रदोष व्रत का महत्व
भौम प्रदोष रखने वाले जातकों को जीवन में आ रही परेशानियों से छुटकारा मिलता है और भगवान शिव का विशेष रूप से आशीर्वाद प्राप्त होता है. प्रदोष व्रत रखने वाले जातक के जीवन में कभी भी कोई कष्ट नहीं आता है और भोलेनाथ की कृपा उनपर बनी रहती है. मंगलवार के दिन पड़ने की वजह से भौमप्रदोष के दिन हनुमान जी की पूजा करने का भी खास महत्व है, यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल दोष होता है तो भौम प्रदोष के दिन उपाय भी विशेष रूप से करना चाहिए.
भौम प्रदोष व्रत के दिन करें ये उपाय
- भौम प्रदोष की शाम को हनुमानजी के मंदिर जाना चाहिए और उनके समक्ष चमेली के तेल का दीपक जलाना चाहिए, सुंदर कांड का पाठ विशेष रूप से करें, ऐसा करने से हनुमान जी प्रसन्न होते हैं.
- हनुमान जी की पूजा करते समय लाल रंग के वस्त्र पहनना शुभ माना जाता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हनुमान जी के साथ फूलों की माला अर्पित करना चाहिए.
- यदि कुंडली में मंगल दोष है तो भौम प्रदोष के दिन हनुमान जी को हलवा पूरी का भोग लगाएं, इसके अलावा गरीबों और जरूरतमंदों को हलवा-पूरी बांटें.
- भौम प्रदोष व्रत के दिन हनुमान जी की पूजा करते समय 11 बार संकट मोचन हनुमाष्टक का पाठ करें और फिर गुड़ का भोग लगाएं.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष व लोक मान्यताओं पर आधारित है. इस खबर में शामिल सूचना और तथ्यों की सटीकता के लिए NDTV किसी भी तरह की ज़िम्मेदारी या दावा नहीं करता है.)