दयनीय है कांकेर में सरकारी छात्रावास की हालत , परेशान छात्र पहुंचे जिला मुख्यालय

छात्रावास अधीक्षक के खिलाफ शिकायत लेकर पहुंचे छात्रों ने कहा कि छात्रावास में बहुत समस्याएं हैं.   भवन की स्थिति बेहद खराब है और कमरे में पानी का रिसाव होता है.

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कांकेर जिले में मौजूद वासनवाही के सरकारी छात्रावास की हालत बेहद दयनीय बनी हुई है. मंगलवार को भोजन न मिलने की शिकायत लेकर छात्र सीधे जिला मुख्यालय ही पहुंच गए. छात्रों ने आरोप लगाया कि छात्रावास में भोजन के दौरान सब्जी केवल एक ही बार दी जाती है. दोबारा मांगने पर मना कर दिया जाता है और अधीक्षक से शिकायत करने पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता. 

6 में से 3 कमरे हो चुके हैं बेकार

हद तो ये है कि छात्रावास भवन की स्थिति भी बेहद खराब है जिसमें पानी का रिसाव होता रहता है. हालत ये है कि वर्तमान में 6 कमरों में से केवल 3 कमरों का ही उपयोग हो रहा है.

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दो कमरों के पंखे भी बंद पड़े हैं. बाथरूम में भी पानी नहीं आता जिससे छात्र काफी परेशान हैं. मुख्यालय पहुंचे छात्रों ने आरोप लगाया कि हॉस्टल के बाथरूम में लाइट तक नहीं है. दरवाजे खराब हो चुके हैं और सारी खिड़कियां भी टूट चुकी है.

छात्रों ने यह भी आरोप लगाया कि प्री मैट्रिक आदिवासी बालक छात्रावास के अधीक्षक रामसिंग केसरा से शिकायत करने पर भी कोई सुविधा उपलब्ध नहीं कराई जा रही है. 

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सहायक आयुक्त बोले- जल्द होगा समाधान

बता दें कि यह छात्रावास नरहरपुर विकासखंड के ग्राम बासनवाही में स्थित है और 50 सीटर की क्षमता वाले इस प्री मैट्रिक आदिवासी बालक छात्रावास में फिलहाल 26 छात्र रहते हैं. शिकायत लेकर जिला मुख्यालय कांकेर पहुंचे छात्र दिलशान शोरी, अखिलेश्वर कोर्राम, जयप्रकाश, मनीष कोर्राम, दुर्गेश निषाद, देवव्रत नागेश, प्रियांश मरकाम थे. वहीं प्रभारी सहायक आयुक्त मनीष मिश्रा ने कहा कि छात्रावास अधीक्षक की शिकायत और छात्रवास की कुछ समस्या को लेकर बच्चे पहुंचे थे. उन्होंने कहा कि अधीक्षक को बुलाकर समझाइश दी गई है. छात्रावास की जो भी समस्याएं हैं उन्हें दूर किया जाएगा.

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