Kali Puja: प्रसाद में नूडल्स व मोमोज... जानिए चाइनीज काली मंदिर के बारे में सब कुछ

Kali Mandir Kolkata: इस मंदिर के अंदर आपको देवी काली (Maa Kali) और भगवान शिव (Lord Shiva) की मूर्तियां मिलेंगी. यहां हर दिन  पूजा और अनुष्ठान होता है. फूलों जैसे सामान्य प्रसाद के अलावा नूडल्स और अन्य चीनी व्यंजन भी प्रसाद के रूप में दिए जाते हैं.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins

Chinese Kali Temple Tangra: हमारे देश में एक ऐसा प्रमुख शहर है जो अपनी पूजा और व्यजंन के लिए पूरे दुनिया में विख्यात है. जी हां! आपने सही अंदाजा लगाया यह शहर है कोलकाता. इसे सिटी ऑफ जॉय के नाम से भी जाना जाता है. कोलकाता के स्ट्रीट फूड्स की तो बात ही अलग है. यहां चाइनीज फूड्स का तकड़ा खूब लगता है और तो और इस शहर में एक मंदिर ऐसा भी है जहां काली मां को भोग-प्रसाद के तौर पर नूडल्स और मोमोज जैसे चटपटे व्यंजन मिलते हैं.

Advertisement

कहां है यह मंदिर?

कोलकाता का यह छोटा मंदिर अपने आप में भारत-चीनी विरासत को समेटे हुए है. यह मंदिर तंगरा (Chinese Kali Temple in Tangra, Kolkata) में स्थित है, इसे चीनी काली मंदिर (Chinese Kali Temple) के नाम से जाना जाता है.

Advertisement

Kali Puja: चाइनीज काली मंदिर कोलकाता
Photo Credit: @Sturgeons_Law

इस मंदिर के अंदर आपको देवी काली (Maa Kali) और भगवान शिव (Lord Shiva) की मूर्तियां मिलेंगी. यहां हर दिन  पूजा और अनुष्ठान होता है. फूलों जैसे सामान्य प्रसाद के अलावा नूडल्स और अन्य चीनी व्यंजन भी प्रसाद के रूप में दिए जाते हैं.

एक चमत्कार से मंदिर बनने की हुई थी शुरुआत

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार स्थानीय लोगों का कहना है कि काफी समय पहले एक बड़े पेड़ के पास दो पत्थर थे. लोग उन पर लाल पाउडर लगाते थे और हर दिन प्रार्थना करते थे. बाद में कुछ असाधारण घटना घटित हुई, उस दौर में एक चीनी लड़का बहुत बीमार पड़ गया और उसके इलाज में कोई दवा असर नहीं कर रही थी. ऐसे में परेशान माता-पिता ने उन पत्थरों पर देवी काली से प्रार्थना की, तब चमत्कारिक ढंग से उनका लड़का बेहतर हो गया.

Advertisement
इस चमत्कार का अनुभव करने के बाद लड़के के परिवार ने उस स्थान पर एक मंदिर का निर्माण किया. इसमें चाइनीज समुदाय के सदस्यों ने बढ़चढ़ कर आर्थिक योगदान दिया था. 

इस मंदिर में शनिवार का दिन विशेष रूप से महत्वपूर्ण होता है, जिसमें देवी के सम्मान में बड़े समारोह आयोजित किए जाते हैं. दिवाली के दौरान यह मंदिर मोमबत्तियों से जगमगा उठता है, लेकिन मान्याताओं के अनुसार यहां बुरी आत्माओं को दूर रखने के लिए भक्त विशेष धूप और कागज भी जलाते हैं.

यह भी पढ़ें : RTE: छत्तीसगढ़ के प्राइवेट स्कूल में फ्री एडमिशन के लिए इस दिन निकलेगी लॉटरी, पूरी डीटेल्स जानिए यहां

यह भी पढ़ें : यहां हर दूसरे दिन होता है एक्सीडेंट... भोपाल-विदिशा हाइवे में ये जगह बनी हादसों का हॉट स्पॉट

Topics mentioned in this article