एनडीटीवी के प्रधान संपादक संजय पुगलिया के साथ Exclusive बातचीत में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के सदस्यों को कबूल करना होगा कि अब बदलाव का वक्त आ गया है. दुनिया के हालात अब पहले से अधिक चिंताजनक हैं. विदेश मंत्री ने ये बातें NDTV के मेगा एक्सक्लूसिव सीरीज़ #DecodingG20WithNDTV कार्यक्रम में कही.
उन्होंने कहा कि साल 2023 के हालात ज्यादा कठिन हैं. हमने महामारी का सामना किया है और इसका प्रभाव भयावह रहा है. इसके अलावा यूरोप में ईंधन का संघर्ष और भोजन पर प्रभाव पड़ रहा है. आर्थिक परिणामों वाली जलवायु घटनाएं कई बार हो रही हैं. ऐसे में जी-20 के सम्मेलन का मुख्य विषय उर्जा और जलवायु भी बन जाता है.
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जयशंकर ने एक उदाहरण का हवाला देते हुए बाजरा को मुख्य भोजन के रूप में लोकप्रिय बनाने के केंद्र के अभियान का उल्लेख किया. उन्होंने कहा, "अगर बाजरा का उत्पादन बढ़ाया जा सकता है, तो आप पोषण बढ़ाएंगे, जलवायु प्रभाव कम करेंगे."
विदेश मंत्री ने कहा मौजूदा परिस्थितियों के मद्देनजर विकसित देशों को भी अपने रवैये में बदलाव लाना होगा. बिना इसके हम सबके लिए स्वास्थ्य और दूसरी सुविधाएं सुलभ नहीं कर सकेंगे. यही बात भारत समझाने की कोशिश कर रहा है.