PM Modi Speaks To Workers Rescued From Uttarakhand Tunnel Over Phone : उत्तराखंड के सिल्कयारा सुरंग (Silkyara tunnel) के अंदर फंसे 41 श्रमिकों को सफलतापूर्वक बचाए जाने के बाद से देशभर में जश्न का माहौल है. चारों ओर से बधाई संदेश दिए जा रहे हैं. वहीं इन सबके बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने उत्तराखंड के सिल्कयारा सुरंग से सफलतापूर्वक बचाए गए श्रमिकों से टेलीफोन पर बातचीत भी की है. इस टेलीफोनिक वार्ता में पीएम ने अपने दिल की बात श्रमिकों से कही और श्रमिकों की बातों को भी ध्यानपूर्वक सुना. आइए जानते हैं क्या कुछ चर्चा हुई?
अपनी खुशी शब्दों में बयां नहीं कर सकता : PM मोदी
भारतीय जनता पार्टी (BJP) की ओर से सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर शेयर किए गए वीडियो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सुरंग से बचाए गए जवानों से संवाद करते हुए देखा और सुना जा सकता है. इस वीडियो में पीएम मोदी टेलीफोन पर श्रमिकों से बात करते हुए कह रहे हैं कि "मैं सभी साथियों को बधाई देता हूं कि इतने संकट के बाद भी हम सफलतापूर्वक निकल पाए. मेरे लिए बहुत खुशी की बात है. मैं शब्दों में वर्णन भी नहीं कर सकता हूं. कुछ भी बुरा हो जाता तो कैसे संभाल पाते कहना कठिन था. ये केदारनाथ बाबा, बद्रीनाथ बाबा की कृपा रही कि आप सब कुशल तरीके से निकल पाए. 16-17 दिन का समय कम नहीं होता है. आपने बहुत बड़ी हिम्मत दिखाई और एक-दूसरे का हौसला बनाए रखा. ये सबसे बड़ी बात है."
पीएम ने आगे कहा "मैं लगातार मुख्यमंत्री जी से जानकारियां लेता रहता था. मेरे पीएमओ के अफसर वहां बैठे थे. जानकारी रहती थी, लेकिन इससे चिंता कम नहीं होती थी."
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वहां मौजूद कई लोगों से एक के बाद एक चर्चा की और अंत में कहां कि मैं आपसे पहले ही बात करना चाहता था लेकिन मेडिकल चेकअप से पहले नहीं. अंत में उन्होंने सभी को शुभकामनाएं देते हुए धन्यवाद भी कहा.
सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए व्यक्त की थी भावना
सुरंग से 41 श्रमिकों के सफलतापूर्व निकलने के बाद प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया अकाउंट से पोस्ट करते हुए लिखा था कि "उत्तरकाशी में हमारे श्रमिक भाइयों के रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता हर किसी को भावुक कर देने वाली है. टनल में जो साथी फंसे हुए थे, उनसे मैं कहना चाहता हूं कि आपका साहस और धैर्य हर किसी को प्रेरित कर रहा है. मैं आप सभी की कुशलता और उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूं. यह अत्यंत संतोष की बात है कि लंबे इंतजार के बाद अब हमारे ये साथी अपने प्रियजनों से मिलेंगे. इन सभी के परिजनों ने भी इस चुनौतीपूर्ण समय में जिस संयम और साहस का परिचय दिया है, उसकी जितनी भी सराहना की जाए वो कम है. मैं इस बचाव अभियान से जुड़े सभी लोगों के जज्बे को भी सलाम करता हूं. उनकी बहादुरी और संकल्प-शक्ति ने हमारे श्रमिक भाइयों को नया जीवन दिया है. इस मिशन में शामिल हर किसी ने मानवता और टीम वर्क की एक अद्भुत मिसाल कायम की है."
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