Mukhtar Ansari Death: खानदानी मुख्तार अंसारी कैसे बना माफिया? कुछ दिन पहले कहा, "जेल में दिया जा सकता है धीमा जहर"

UP News: बताया जा रहा है कि 1990 के आसपास मुख्तार अंसारी ने अपना गैंग बना लिया था. उसने कोयला खनन, रेलवे जैसे कामों में काफी बड़ा कारोबार खड़ा कर लिया था. इस दौरान उसकी बृजेश सिंह से दुश्मनी हो गई.

विज्ञापन
Read Time: 4 mins
Mukhtar Ansari Death:

Mukhtar Ansari News: गुरुवार की रात को उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) से एक बहुत बड़ी खबर सामने आई. इस खबर के बाद पूरे यूपी(UP) में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. माफिया मुख्तार अंसारी की हार्ट अटैक (Mukhtar Ansari Heart Attack) से मौत हो गई, वह बांदा जेल (Banda Jail) में बंद था. मुख्तार अंसारी ने कुछ दिन पहले ही कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया था कि उसे जेल में धीमा जहर दिया जा रहा है.

मुख्तार अंसारी कोई साधारण आदमी नहीं था अपने इलाके में इसकी तूती बोलती थी. वो पांच बार विधायक भी रह चुका है. 2005 से सजा काट रहे मुख्तार को 2 बार उम्रकैद की सजा भी हो चुकी है.

Advertisement

मुख्‍तार अंसारी पर हत्‍या, हत्‍या के प्रयास, धमकी, धोखाधड़ी और कई अन्‍य आपराधिक कृत्‍यों में कुल 65 मामले दर्ज थे. इनमें से 18 मामले हत्या के थे. मुख्तार का खौफ इतना था कि कोई भी उनके खिलाफ मुंह खोलने के लिए तैयार नहीं था.

Advertisement

उनका परिवार काफी प्रतिष्ठित माना जाता है

मुख्तार को बेशक बाहुबली या माफिया कहा जाता है लेकिन उनके परिवार को काफी प्रतिष्ठित माना जाता है. बताया जाता है कि मुख्तार ने जरायम की दुनिया में 1988 में कदम रखा था. उनके खिलाफ 25 अक्टूबर 1988 को हत्या की कोशिश का मुकदमा दर्ज हुआ था. आजमगढ़ के ढकवा के संजय प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना सिंह ने उनके खिलाफ ये मुकदमा दर्ज कराया था. हालांकि, अगस्‍त 2007 में इस मामले में मुख्‍तार दोषमुक्‍त हो गया था.

Advertisement

बताया जाता है कि मुख्तार अंसारी ने 1990 के दशक में अपना गैंग बनाया था. जिसके बाद उसने कोयला खनन, रेलवे जैसे कामों में काफी बड़ा कारोबार खड़ा कर लिया था. मुख्तार का मऊ, जौनपुर, गाजीपुर और बनारस में काफी रुतबा रहा है. इस समय इसी इलाके में बृजेश सिंह गैंग ने भी कब्जा करना शुरू कर दिया था. इस कारण ये दोनों गैंग आमने- सामने आ गए. यहीं से मुख्तार की ब्रजेश सिंह से दुश्‍मनी शुरू हो गई. ब्रजेश सिंह ने मुख्तार अंसारी के काफिले पर हमले भी कराए थे. 

वहीं बीजेपी नेता कृष्णानंद राय की हत्या में भी उनका नाम आया था, इस मामले में उनको 10 साल की सजा भी हुई थी. 

ये भी पढ़ें Madhya Pradesh Accident News: फोटो खिंचवाना पड़ा बहुत भारी, चार लोगों की नदी में डूबने से हुई मौत

चाचा रहे हैं उपराष्ट्रपति

मुख्तार अंसारी का जन्म उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के मोहम्मदाबाद में 3 जून 1963 को हुआ था. उसके पिता का नाम सुबाहउल्लाह अंसारी और मां का नाम बेगम राबिया था. गाजीपुर में मुख्तार अंसारी के परिवार की पहचान एक प्रतिष्ठित राजनीतिक खानदान की है. उनके दादा डॉक्टर मुख्तार अहमद अंसारी स्वतंत्रता सेनानी थे. वहीं मुख्तार अंसारी के नाना ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान को 1947 की लड़ाई में शहादत के लिए महावीर चक्र दिया गया था. जबकि मुख्तार अंसारी के पिता सुबहानउल्लाह अंसारी गाजीपुर की राजनीति में सक्रिय रहे थे. उनकी बेहद साफ-सुथरी छवि रही है. भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी रिश्ते में तो मुख्तार अंसारी के चाचा लगते हैं.

मुख्तार की छवि उनके इलाके में रॉबिनहुड जैसी रही है. उनके बारे में कहा जाता है कि वो विधायक निधि से कई गुना पैसे अपने क्षेत्र में खर्च करते थे. उनके बारे में कहा जाता है कि वो गरीबों की काफी मदद करते थे.

ये भी पढ़ें LokSabha 2024: कांग्रेस को लगा बड़ा झटका, दो पूर्व विधायक और पूर्व सांसद, 600 समर्थकों के साथ BJP में शामिल