ब्लैक होल की स्टडी के लिए इसरो ने लांच की सैटेलाइट, अमेरिका के बाद ऐसा करने वाला भारत दूसरा देश बना

XPoSat Launching: अमेरिका के बाद भारत ब्लैक होल की रिसर्च के लिए सैटेलाइट लांच करने वाला दूसरा देश बन गया है. इसरो चीफ सोमनाथ ने XPoSat के लॉन्च को नए साल का उपहार बताया.

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फोटो - एक्स/@isro

ISRO Launched XPoSat: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने नए साल की शुरुआत बड़े कीर्तिमान के साथ की है. इसरो ने सोमवार को XPoSat (एक्स-रे पोलारिमीटर सैटेलाइट) के सफल प्रक्षेपण के साथ ही एक नई सफलता अपने नाम की. बता दें कि XPoSat ब्लैक होल और अन्य खगोलीय पिंडों पर रिसर्च करने वाला भारत का पहला उपग्रह है. अमेरिका के बाद भारत ऐसा करने वाला दूसरा देश बना है.

इस सैटेलाइट को वर्कहॉर्स PSLV की मदद से 650 किमी की कक्षा में स्थापित किया गया है. इसके साथ ही PSLV-C58 अपने अंतिम चरण में 10 पेलोड को टेस्ट करने के लिए एक कक्षीय प्रायोगिक मॉड्यूल (POEM) में बदल गया. श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से उड़ान भरने के लगभग 22 मिनट बाद रॉकेट ने XPoSat को इंजेक्ट किया. रॉकेट लांच से पहले सेटेलाइट को 6 डिग्री झुकाव पर स्थापित करने के लिए रॉकेट कम से कम दो चरणों से गुजरा.

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PM मोदी और सीएम यादव ने दी बधाई

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने XPoSat के लॉन्च की सराहना की. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "हमारे वैज्ञानिकों को धन्यवाद, 2024 की एक शानदार शुरुआत! यह प्रक्षेपण अंतरिक्ष क्षेत्र के लिए अद्भुत खबर है और इस क्षेत्र में भारत की शक्ति को बढ़ाएगा. भारत को अभूतपूर्व ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए इसरो के हमारे वैज्ञानिकों और संपूर्ण अंतरिक्ष बिरादरी को शुभकामनाएं."

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वहीं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी इसरो के वैज्ञानिकों को शुभकामनाएं दी. उन्होंने एक्स पर लिखा, "गौरवमयी क्षण के साथ हुआ नूतन वर्ष का श्री गणेश... साल के पहले दिन इसरो ने श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से PSLV-C58/XPoSat सैटेलाइट की सफल लॉन्चिंग की. यह सैटेलाइट अंतरिक्ष में होने वाले रेडिएशन की स्टडी करेगा. ISRO के सभी वैज्ञानिकों एवं देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं."

ब्लैक होल की स्टडी करेगा XPoSat

XPoSat ब्लैक होल, न्यूट्रॉन सितारों और गैलेक्टिक नाभिक जैसी आकाशीय वस्तुओं ने निकलने वाली एक्स-रे किरणों का अध्ययन करेगा. इसमें रमन रिसर्च इंस्टीट्यूट द्वारा बनाया गया पोलिक्स (Polarimeter Instrument in X-rays) और यूआरएससी के स्पेस एस्ट्रोनॉमी ग्रुप द्वारा बनाया गया Xspect (X-ray spectroscopy and timing) नाम के दो पेलोड हैं.

इसरो चीफ एस सोमनाथ ने XPoSat के लॉन्च को नए साल का उपहार बताया. उन्होंने कहा, "यह एक यूनीक सैटेलाइट है. यह ब्रह्मांड के विभिन्न अवलोकनों के लिए हमारे द्वारा निर्धारित वैज्ञानिक उद्देश्य को पूरा करती है. यह एस्ट्रोसैट और आदित्य-एल1 के साथ जाती है." वहीं रमन रिसर्च इंस्टीट्यूट की एक प्रेस रिलीज में कहा गया कि 2021 में लॉन्च किए गए नासा के इमेजिंग एक्स-रे पोलारिमेट्री एक्सप्लोरर (IXPE) के बाद XPoSat दुनिया का केवल दूसरा एक्स-रे पोलारिमेट्री मिशन है. PS4 ऑर्बिटल मॉड्यूल में 10 पेलोड शामिल हैं. जिनमें विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र इसरो से ईंधन सेल पावर सिस्टम और सिलिकॉन आधारित उच्च ऊर्जा सेल शामिल हैं.

इसरो चीफ सोमनाथ ने 2024 को गगनयान की तैयारी का साल कहा है. उन्होंने कहा कि इसरो ने इस वर्ष कम से कम 12-14 मिशनों का टारगेट रखा है. उन्होंने ये भी बताया कि भारत के पहले सौर मिशन के लिए अंतरिक्ष यान आदित्य-एल1, 6 जनवरी को अपने फाइनल डेस्टिनेशन सूर्य के एल1 प्वॉइंट पर पहुंचेगा.

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