Cyclone Remal Latest Update: चक्रवाती तूफान रेमल (Remal) पश्चिम बंगाल (West Bengal) और बांग्लादेश (Bangladesh) के तट से टकरा चुका है. इस दौरान 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं. तूफान रेमल के असर भारत (India) के साथ ही बांग्लादेश में भी खासा देखने को मिल रहा है. रेमल के असर के चलते कई स्थानों पर भारी बारिश (Heavy Rains) हुई, वहीं हवा की रफ्तार तेज होने की वजह से कच्चे मकानों और पेड़ों को भारी नुकसान पहुंचा है. कई जगहों में पेड़-पौधे और बिजली के खंभे उखड़ गए. इसके अलावा रविवार रात बंगाल और बांग्लादेश के तटीय इलाकों (Landfall in Coastal areas of West Bengal and Bangladesh) में लैंडफॉल भी देखने को मिला. वहीं सोमवार को तेज हवाएं चलने का अनुमान लगाया गया है.
भीषण चक्रवाती तूफान रेमल के आने से पहले पूर्वोत्तर के कई राज्यों में आपदा प्रबंधन अधिकारियों और सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है. इसके अलावा जिला प्रशासनों को अग्रिम एहतियाती कदम उठाने के लिए कहा गया है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के पूर्वानुमान के अनुसार, चक्रवात रेमल के कारण पश्चिम बंगाल के सागर द्वीप और बांग्लादेश के खेपुपारा के बीच भूस्खलन होने का अनुमान है.
बाहरी बादल बैंड बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों पर स्थित है, जिससे भारी बारिश हो सकती है. आईएमडी के एक बयान में रविवार देर रात कहा गया कि चक्रवात कोलकाता डॉपलर मौसम रडार की लगातार निगरानी में है.
नॉर्थ-ईस्ट के इन राज्यों में प्रशासन अलर्ट
असम, मेघालय, त्रिपुरा, मणिपुर और मिजोरम सरकार ने अलग-अलग सलाह जारी की है और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल, जिला प्रशासन और अन्य संबंधित विभागों को अधिकतम सतर्क रहने और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा है. असम सरकार ने चक्रवात रेमल के कारण बारिश और हवा की गति में वृद्धि की संभावना के मद्देनजर अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उपाय किए हैं.
इन इलाकों में जारी किया अलर्ट
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) ने कहा कि आईएमडी ने 27 और 28 मई को असम के साथ-साथ अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी दी है. एएसडीएमए ने एक बयान में कहा कि धुबरी, दक्षिण सलमारा, बोंगाईगांव, बजाली, तामुलपुर, बारपेटा, नलबाड़ी, मोरीगांव, नागांव, होजई और पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट और चिरांग, गोलपारा, बक्सा, दिमा हसाओ, कछार, हैलाकांडी और करीमगंज जिले में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है.
एक लाख से ज्यादा लोगों को किया गया शिफ्ट
चक्रवाती तूफान रेमल के प्रभाव से बचाने के लिए बंगाल के करीब एक लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. जिस स्थानों से लोगों को शिफ्ट किया गया है इसमें मुख्य रूप से 24 परगना जिला, सागर द्वीप, सुंदरबन और काकद्वीप के लोग शामिल हैं. इन क्षेत्रों और तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है.
PM मोदी ने की विशेष बैठक
वहीं रेमल से निपटने के लिए सरकार हर स्तर पर कोई कमी नहीं रखना चाहती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में तूफान से निपटने के लिए बैठक की गई. जिसमें उन्होंने गृह मंत्रालय को तूफान प्रभावित इलाकों की निगरानी और जरूरी सेवा मुहैया कराने के निर्देश दिए. वहीं पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डॉ. सी.वी. आनंद बोस भी तूफान की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. उन्होंने कहा कि चक्रवात से निपटने के लिए हर जरूरी तैयारी की जा रही है. इसके अलावा विशेषज्ञों के साथ संपर्क में हैं.
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