PM Modi releases Postage Stamps on Shri Ram Janmbhoomi Mandir: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने श्री राम जन्मभूमि मंदिर (Shri Ram Janmbhoomi Mandir) पर स्मारक डाक टिकट और दुनिया भर में भगवान राम पर जारी टिकटों की एक पुस्तक जारी की. डाक टिकटों की डिजाइनों में राम मंदिर, चौपाई 'मंगल भवन अमंगल हारी', सूर्य, सरयू नदी और मंदिर के आसपास की मूर्तियां शामिल हैं.
पुस्तक में क्या-क्या है?
एएनआई के मुताबिक इसमें कुल 6 टिकटें हैं जिनमें राम मंदिर, भगवान गणेश, भगवान हनुमान, जटायु, केवटराज और माँ शबरी के टिकट शामिल हैं. सूर्य की किरणों और चौपाई की सोने की पत्ती इस छोटी सी शीट को एक राजसी प्रतीक बनाती है. पांच भौतिक तत्व यानी आकाश, वायु, अग्नि, पृथ्वी और जल, जिन्हें 'पंचभूत' कहा जाता है, उनको विभिन्न डिजाइन के माध्यम से प्रतिबिंबित किया गया है.
इतिहास और ऐतिहासिक अवसरों को अगली पीढ़ी तक पहुंचाते हैं स्टैंप : पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "जब आप किसी डाक टिकट को जारी करते हैं और जब कोई इसे किसी को भेजता है तो वह सिर्फ पत्र या सामान नहीं भेजता वे सहज रूप से इतिहास के किसी अंश को भी किसी दूसरे तक पहुंचा देता है. ये टिकट केवल कागज का टुकड़ा नहीं है, ये टिकट केवल कोई कला का कार्य नहीं है ये इतिहास की किताबों, कलाकृतियों के रूपों और ऐतिहासिक स्थलों के सबसे छोटा रूप भी होते हैं."
टिकटों पर आधारित पुस्तक विभिन्न समाजों में भगवान राम की अंतर्राष्ट्रीय अपील को प्रदर्शित करने का एक प्रयास है.
20 से अधिक देशों द्वारा जारी किए गए टिकट हैं शामिल
48 पन्नों की इस पुस्तक में अमेरिका, न्यूजीलैंड, सिंगापुर, कनाडा, कंबोडिया और संयुक्त राष्ट्र जैसे संगठनों सहित 20 से अधिक देशों द्वारा जारी किए गए टिकट शामिल हैं. बता दें कि 22 जनवरी को पीएम मोदी की मौजूदगी में अयोध्या में भव्य मंदिर में भगवान राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होनी है. समारोह के लिए व्यापक इंतजाम किये जा रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह में शामिल होंगे. समारोह के दौरान, भगवान राम की एक मूर्ति को अयोध्या के राम मंदिर के गर्भगृह में विराजमान किया जाएगा. 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह के अनुष्ठान मंगलवार को शुरू हुए और सात दिनों तक जारी रहेंगे.
यह भी पढ़ें : आदि गुरु शंकराचार्य की जन्मभूमि पहुंचे शिवराज, कहा- उन्होंने दक्षिण से उत्तर, पूर्व से पश्चिम सारे भारत को जोड़ा