CAA Citizenship Reactions: सीएए (CAA) के तहत शरणार्थियों को नागरिकता का प्रमाण-पत्र देने का काम शुरु हो गया है. इसीक्रम में दिल्ली में गृह सचिव ने 14 शरणार्थियों को नागरिकता का सर्टिफिकेट वितरित किया है. संशोधित नागरिकता कानून (CAA) के तहत जिन आवेदकों को नागरिकता मिली उनके चेहरे खिले हुए दिखे. इस दौरान एक अलग तरह की खुशी उनके चेहरे पर झलक रही थी.
शरणार्थियों में उमंग की लहर
पहली बार 14 शरणार्थियों को नागरिकता मिलने के बाद अफगानिस्तान, पाकिस्तान, और बांग्लादेश में प्रताड़ित होकर आए लोगों को राहत देने का काम शुरु हो चुका है. इन देशों से शोषण का शिकार होकर भारत आए गैर-मुस्लिम प्रवासियों को नागरिकता देने की प्रक्रिया शुरू होते ही गैर-मुस्लिम प्रवासी शरणार्थियों में उमंग की लहर है.
अब मैं आगे बढ़ सकूंगी..
आधिकारिक सूत्रों की मानें तो केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला की मंजूरी के बाद 14 अवेदकों को नागरिकता का प्रमाण-पत्र दिया गया है. इसके लिए आवेदकों ने एक पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन किया था. नागरिकता प्रमाण पत्र प्राप्त करने वाली भावना कहती हैं, कि मुझे आज बहुत खुशी है. अब मैं आगे बढ़ सकूंगी. आगे पढ़ सकूंगी. मैं 2014 में पाकिस्तान से भारत आई थी. उसी समय यहां सीएए (Citizenship Amendment Act) पास हुआ था. वहीं नागरिकता मिलने के बाद हरीश ने कहा कि ये पल मेरे लिए एक नए जन्म जैसा है.इसके लिए उन्होंने भारत सरकार को धन्यवाद भी दिया है.
वादा किया पूरा
बता दें कि बीजेपी ने अपने लोकसभा चुनाव के घोषणा पत्र में गैर-मुस्लिम प्रवासी शरणार्थियों से वादा किया था. आज लोकसभा चुनाव के बीच नागरिकता (Citizenship Amendment Act) देकर बीजेपी ने बड़ी कूटनीतिक चाल चली है. बंगाल जैसे राज्यों में सीएए बड़ा फैक्टर साबित हो सकता है. नागरिकता प्राप्त करने वाले गैर-मुस्लिम प्रवासी शरणार्थियों के माइंड में इस कदम के बाद बीजेपी के लिए स्फॉट कॉर्नर बन सकता है.
बता दें कि सीएए के तहत हिंदू, जैन, सिख, पारसी, बौध्द और ईसाई समाज के लोगों को नागरिका दी जाएगी जो गैर मुस्लिम प्रवासी अफगानिस्तान, पाकिस्तान, और बांग्लादेश में शोषण का शिकार हैं,
ये भी पढ़ें- न माया मिली न राम ! MP में 10 सालों में 35 कांग्रेस विधायक आए BJP में, 22 हो गए 'गुमनाम
ये भी पढ़ें- छत्तीसगढ़: मां विंध्यवासिनी अब नए स्वरूप में देंगी दर्शन, 35 साल बाद हटा 25 किलो का चोला, पढ़ें रोचक कहानी