Adani Green Energy: दुनिया के सबसे बड़े रिन्यूएबल एनर्जी प्लांट खावड़ा में पवन ऊर्जा का उत्पादन शुरू

Khavda Renewable Energy plant: देश की सबसे बड़ी रिन्यूएबल एनर्जी कंपनी की ओर से इस दौरान कहा गया कि खावड़ा भारत में सबसे बड़ा पवन ऊर्जा का सोर्स है. 8 मीटर प्रति सेकंड की हवा की रफ्तार इसे पवन ऊर्जा उत्पादन के लिए एक उपयुक्त स्थान बनाती है. खावड़ा रिन्यूएबल एनर्जी प्लांट में दुनिया की सबसे बड़ी और अधिक क्षमता वाली ऑफशोर विंड टरबाइन लगी है, जिसमें प्रत्येक की क्षमता 5.2 मेगावाट है.

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Adani Green operationalizes wind capacity at Khavda: अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (Adani Green Energy) ने बुधवार को कहा कि कंपनी ने गुजरात के खावड़ा में स्थित 30,000 मेगावाट (30 गीगावाट) क्षमता वाले दुनिया के सबसे बड़े रिन्यूएबल एनर्जी प्लांट (Khavda Renewable Energy plant) में पहली 250 मेगावाट की पवन ऊर्जा क्षमता का संचालन शुरू (Adani Green Commissions 250 MW Wind Power Plant In Gujarat's Khavda) कर दिया है. इसके साथ ही खावड़ा रिन्यूएबल एनर्जी प्लांट की कुल ऊर्जा उत्पादन क्षमता 2,250 मेगावाट हो गई है. अदाणी ग्रीन एनर्जी के पास भारत में सबसे बड़ा ऑपरेशनल रिन्यूएबल एनर्जी पोर्टफोलियो है, जिसका आकार 11,184 मेगावाट का है.

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देश का सबसे बड़ा पवन ऊर्जा का स्रोत

देश की सबसे बड़ी रिन्यूएबल एनर्जी कंपनी की ओर से इस दौरान कहा गया कि खावड़ा भारत में सबसे बड़ा पवन ऊर्जा का सोर्स है. 8 मीटर प्रति सेकंड की हवा की रफ्तार इसे पवन ऊर्जा उत्पादन के लिए एक उपयुक्त स्थान बनाती है. खावड़ा रिन्यूएबल एनर्जी प्लांट में दुनिया की सबसे बड़ी और अधिक क्षमता वाली ऑफशोर विंड टरबाइन लगी है, जिसमें प्रत्येक की क्षमता 5.2 मेगावाट है.

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5.2 मेगावाट क्षमता वाली इस टरबाइन के रोटर का व्यास 160 मीटर है और इसकी ऊंचाई करीब 200 मीटर है, जोकि स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के बराबर है और दुनिया में सबसे बड़े हैं.

खावड़ा में लगी 5.2 मेगावाट की विंड टरबाइन बनाने में जर्मन टेक्नोलॉजी का उपयोग किया गया है और यह अदाणी न्यू इंडस्ट्री लिमिटेड की मुद्रा पोर्ट स्थित फैक्ट्री में बनाई गई है.

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बंजर जमीन में पैदा हो रही है ग्रीन एनर्जी

अदाणी ग्रीन की ओर से खावड़ा की बंजर जमीन को क्लीन और किफायती ऊर्जा के हब के रूप में बदल दिया गया है. खावड़ा रिन्यूएबल एनर्जी प्लांट आसानी से 1.61 करोड़ घरों को ऊर्जा दे सकता है.

खावड़ा स्थित दुनिया का सबसे बड़ा रिन्यूएबल एनर्जी प्लांट वैश्विक डिकार्बनाइजेशन में प्रयासों को बढ़ाता है, साथ ही इस क्षेत्र में भारत की प्रगति को भी दर्शाता है.

मंगलवार को भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक और प्रधानमंत्री दाशो शेरिंग टोबगे ने गुजरात के खावड़ा में दुनिया की सबसे बड़ी रिन्यूएबल एनर्जी साइट का दौरा किया. अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी ने कहा कि खावड़ा रिन्यूएबल एनर्जी साइट और मुंद्रा बंदरगाह का दौरा करने के लिए उनका बहुत आभारी हूं.

ऐसा है एनर्जी प्लांट का प्रदर्शन

शिलान्यास होने के 12 महीने के भीतर खावड़ा एनर्जी प्लांट में 2 गीगावाट ऊर्जा क्षमता शुरू कर दी गई है. अदाणी ग्रीन एनर्जी की ओर से वित्त वर्ष 2029-30 के लिए रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता का टारगेट 45 गीगावाट से बढ़ाकर 50 गीगावाट कर दिया गया है.

वित्त वर्ष 24 में अदाणी ग्रीन एनर्जी ने 2.8 गीगावाट की नई रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता जोड़ी है, जो कि देश में इस दौर में जोड़ी गई रिन्यूएबल क्षमता का 15 प्रतिशत है.

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