Indira Tiwari Interview: एक्ट्रेस इंदिरा तिवारी ने फिल्म बस्तर को लेकर दी सफाई, कहा- "ये प्रोपेगेंडा फिल्म नहीं बल्कि...."

Interview With Indira Tiwari For Bastar: जब इंदिरा से पूछा गया कि फिल्म बस्तर सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है. आपको क्या लगता है कि फिल्म को विरोध का सामना न करना पड़े? इसका जवाब देते हुए इंदिरा ने कहा कि फिल्म का विरोध तो हो रहा है.

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Bastar Moive Poster

Interview With Indira Tiwari For Bastar: फिल्म बस्तर (Bastar) आजकल लोगों के बीच हॉट टॉपिक बना हुआ है. ऑडियंस इस फिल्म के रिलीज होने का इंतजार काफी दिनों से कर रहे थे. वहीं ऑडियंस का इंतजार अब खत्म हो रहा है. बता दें, फिल्म 15 मार्च 2024 को सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है. वहीं, फिल्म में अदा शर्मा (Adah Sharma) अहम किरदार में नजर आएंगी. फिल्म में अदा के अलावा एक्ट्रेस इंदिरा तिवारी (Indira Tiwari) भी एक अहम किरदार में नजर आने वाली हैं. इंदिरा ने NDTV से बात की और फिल्म से जुड़े कई किस्से शेयर किए.

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फिल्म के विरोध को लेकर कही यह बात

जब इंदिरा से पूछा गया कि फिल्म बस्तर सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है. आपको क्या लगता है कि फिल्म को विरोध का सामना न करना पड़े? इसका जवाब देते हुए इंदिरा ने कहा कि फिल्म का विरोध तो हो रहा है. लेकिन हमने एक आर्ट के माध्यम से अपनी बात सोसाइटी तक पहुंचाने की कोशिश की है. लेकिन विरोध करने से पहले किसी भी चीज को जानना चाहिए.

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फिल्म की स्क्रीनिंग को लेकर कही यह बात

जब इंदिरा से पूछा गया कि कई शहरों में फिल्म की स्क्रीनिंग हो रही है तो आपको फिल्म और अपने किरदार को लेकर कैसे रिव्यूज आ रहे हैं? इसका जवाब देते हुए इंदिरा ने कहा कि काफी अच्छे रिव्यूज आ रहे हैं. जैसे हम सुबह-सुबह खबरें जो पढ़ते हैं. इसके बाद कभी-कभी वह खबर पढ़कर मेरी मां मुझे कॉल करती है कि इंदिरा अखबार में यह खबर आयी है, तुम थोड़ा संभल कर रहना. ऐसा भी कभी-कभी होता है. मुझे अलग-अलग तरीके के कॉल्स और मैसेज भी आ रहे हैं.

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फिल्म को लेकर तकलीफें हो रही हैं

इंदिरा ने आगे बात करते हुए कहा कि बहुत से शहरों में फिल्म को स्क्रीन तक नहीं मिल रही हैं. बीते दिनों दिल्ली के एक विश्वविद्यालय में फिल्म की स्क्रीनिंग रखी गयी थी. जिसमें बार-बार विश्वविद्यालय की बिजली काटी जा रही थी. हमको यह हालातों का भी सामना करना पड़ रहा है.

फिल्म में लोगों की कहानी को पेश किया है

इंदिरा ने आगे बात करते हुए कहा कि बस्तर में ऐसे कई लोग हैं. जिन्होंने अपनी जान गवाई है. लेकिन हमने काफी सारी कहानियों को इकट्ठा करके एक फिल्म के माध्यम से लोगों को बताने की कोशिश की है. अगर हम एक कला के माध्यम से इस बात को लोगों तक पहुंचा रहे हैं. इससे सभी को पता चल रहा है कि बस्तर में आखिर हो क्या रहा है.

'बस्तर' एक प्रोपेगेंडा फिल्म है? 

जब इंदिरा से पूछा गया कि लोगों का कहना है कि यह एक प्रोपेगेंडा फिल्म है, इसके बारे में आप क्या कहेंगी? इसका जवाब देते हुए इंदिरा ने कहा कि जो लोग ऐसा कह रहे हैं सबसे पहले उनको यह फिल्म देखना चाहिए. मैंने इस फिल्म को एक कलाकार की नजरों से देखा है. जब मैंने यह फिल्म करने के लिए हां कहा था. वह इसलिए क्योंकि यह फिल्म एक मानवता के बारे में दिखाती है. आप जब फिल्म देखोगे तब आपको समझ आएगा कि हमारे भारत में ऐसी काफी छोटी-छोटी जगह हैं, जहां लोगों को मदद की जरूरत है.

बस्तर की महिलाओं के बारे में कही यह बात

इंदिरा ने आगे बात करते हुए कहा कि बस्तर में रह रही महिलाओं के बारे में मैंने काफी कुछ जाना. वहां जो महिलाएं रह रही हैं, वह काफी तकलीफ में अपना जीवन बिता रही हैं. एक नॉर्मल लाइफ जीने के लिए उनको कितनी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. वहां अगर किसी को एक गार्ड की नौकरी मिल जाती है तो वह एक अफसर की नौकरी जैसी होती है.

भोपाल की यादों को किया ताजा

इंदिरा ने अपनी भोपाल की यादों को ताजा करते हुए कहा कि मैं साल 2001 से भोपाल में थिएटर कर रही हूं. मेरा आर्ट, पेंटिंग इन सब चीजों में हमेशा से रुझान रहा है. मेरी मां ने मुझे नाटकों के लिए काफी मोटिवेट किया है. मैं साल 2018 नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से पासआउट हूं. वहां एक्टिंग कोर्स करने के बाद मुझे फिल्मों के ऑफर आना शुरू हो गए थे. इसके बाद में बॉलीवुड के काफी दिग्गज फिल्म मेकर्स जैसे सुधीर मिश्रा, संजय लीला भंसाली के साथ फिल्म गंगूबाई काठियावाड़ी में काम किया.

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