Lata Mangeshkar Birthday: इंदौर की जिस गली में गुजारा बचपन, जीते जी उस गली को नहीं मिला उनका नाम

28 सितंबर को लता मंगेशकर का 93वां जन्मदिन (Lata Mangeshkar Birthday 2023) है. लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर, 1929 को मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के इंदौर (Indore) में हुआ था. हालांकि लता मंगेशकर का वो घर अब एक मॉल में तबदील हो गया है.

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Lata Mangeshkar Birthday Special 2023: भारत की स्वर कोकिला लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) अगर आज हमारे बीच होती तो हम उनका 93वां जन्मदिन (Lata Mangeshkar Birthday) सेलिब्रेट कर रहे होते. लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर, 1929 को मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के इंदौर (Indore) में हुआ था. अब भारत एक मधुर आवाज हमारी यादों में है. आइए उनकी बर्थ एनिवर्सिरी (Lata Mangeshkar Birth Anniversary) पर मध्यप्रदेश से जुड़े उनके कुछ किस्से जानते हैं. 

लता का घर बना मॉल

लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) का घर इंदौर (Indore) के सिख मोहल्ला में था, जहां उनका जन्म हुआ था. रिपोर्ट के मुताबिक, लता 7 साल की उम्र तक इसी घर में ही रहती थी. हालांकि साल 1960 में इस घर को दोबारा बनाया गया, लेकिन अब ये घर मॉल में तबदील हो गया है. दरअसल, जिस जगह पर लता मंगेशकर का घर हुआ करता था, उस जगह पर अब एक मॉल बन गया है.

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मुंहमांगी कीमत पर खरीदा लता का घर

लता के मुंबई जाने के बाद उनका घर एक मुस्लिम परिवार ने खरीद लिया था. यह घर अभी मेहता परिवार के पास है. अब इस घर में रहने वाले नितिन मेहता और स्नेहल मेहता बताते हैं-

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''हमें जब पता चला कि इसी घर में लता जी  का जन्म हुआ था तो हमने इसे मुंहमांगी कीमत पर खरीद लिया. इसके बाद हमने घर का कायाकल्प करवाया. लता के छोटे भाई हृदयनाथ मंगेशकर भी यहां आ चुके हैं.''

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बता दें कि लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) का यह घर पहले चार बार बिक चुका है और अब इस घर को मेहता फैमिली ने खरीदा है.

जब लता के प्रशंसकों ने जाहिर की नाराजगी

इंदौर (Indore) में लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) जिस गली में रहती थीं, उनके जीते जी उस गली को उनका खुद का नाम नहीं मिला. जो लता के चाहने वाले थे, उन्होंने इस गली का नाम लता मंगेशकर के नाम पर रखने की मांग की थी. 

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पैसों की तंगी के कारण करनी पड़ी थी एक्टिंग

लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) बचपन से सिंगर बनना चाहती थीं. उन्होंने पहली बार वसंग जोगलेकर (Vasant Joglekar) की फिल्म 'कीर्ती हसाल' के लिए गाना गाया था. लता के पिता नहीं चाहते थे कि लता फिल्मों के लिए गाना गाए, इसलिए लता का गाना इस फिल्म से निकाल दिया गया. जब लता के पिता की मृत्यु हो गई तो घर की सारी जिम्मेदारी लता पर ही आ गई थीं. पैसों की तंगी की वजह से लता ने हिंदी और मराठी फिल्मों में काम करना शुरू किया. लता मंगेशकर की पहली फिल्म 'पाहिली मंगलागौर' साल 1942 में रिलीज हुई थी. इस फिल्म में लता स्नेहप्रभा प्रधान की छोटी बहन के रोल में नजर आई थी.

लता मंगेशकर को मिल चुका है भारत रत्न 

साल 1989 में लता को 'दादा साहब फाल्के अवार्ड' से सम्मान किया गया था. फिर लता को साल 2001 में भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' से सम्मानित किया गया था. साल 2007 में फ्रांस की सरकार ने लता को 'ऑफिसर ऑफ द लीजन ऑफ ऑनर' से सम्मानित किया था.

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