IND vs BAN: ग्वालियर में T20 से पहले टीम ने की प्रैक्टिस, विरोध के बीच सिंधिया ने ये कहा

IND vs BAN 1st T20: भारत और बांग्लादेश मैच को लेकर ग्वालियर में 144 धारा लगा दी गई है. ये निर्णय मैच और दोनों टीम की सुरक्षा को लेकर लिया गया है. लंबा वक्त गुजरने के बाद ग्वालियर में इंटरनेशनल मैच की वापसी हुई है, लेकिन हिंदूमहासभा इस मैच का विरोध कर रही है. आइए जानते हैं अब तक क्या कुछ इसमें हुआ है?

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India vs Bangladesh, 1st T20I: ग्वालियर (Gwalior) में 14 साल के लंबे अंतराल के बाद होने जा रहे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच (Cricket Match) को लेकर स्थानीय लोगों में काफी उत्साह है. यह मैच 6 अक्टूबर को ग्वालियर के नव निर्मित शंकरपुर स्टेडियम (New Madhavrao Scindia Cricket Stadium) में होना है. पहले मैच के लिए भारत और बांग्लादेश की टीमें ग्वालियर पहुंच चुकी हैं. टीम इंडिया (Team India) के कोच गौतम गंभीर भी आज ग्वालियर पहुंचे. इस बीच दोनों टीमों ने आज से प्रैक्टिस शुरू कर दी है. वहीं दूसरी ओर मैच को लेकर विवाद भी जारी है. हिंदूवादी संगठन बंगलादेश की टीम को बुलाने का जमकर विरोध कर रहे हैं. इस मामले में अब तक हुआ क्या हुआ देखिए हमारी रिपोर्ट में.

विरोध क्यों हो रहा है?

बीसीसीआई ने भारत-बांग्लादेश दौरे का पहला टी 20 मैच ग्वालियर को दिया है. जब यहां मैच की तैयारियां शुरू हुईं, उसी बीच बांग्लादेश में सरकार का तख्तापलट हो गया और वहां अराजकता फैल गई. वहां हिन्दुओं के साथ अत्याचार के वीडियो वायरल होने के बाद यहां बांग्लादेश को लेकर जनाक्रोश उतपन्न हो गया. इसके बाद हिन्दू महासभा और अन्य हिंदूवादी संगठनों ने मैच का विरोध शुरू कर दिया. हिन्दू महासभा और अन्य संगठन एक महीने से यहां धरना, प्रदर्शन, पुतला दहन जैसी गतिविधियों के जरिए विरोध जता चुके हैं. यहां तक कि पिच खोदने तक की धमकी तक दी जा चुकी है. इससे प्रशासन और पुलिस से लेकर गुप्तचर एजेंसियां भी सक्रिय हैं.

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बुधवार 2 अक्टूबर को बांग्लादेश टीम के ग्वालियर आने के बाद हिन्दू महासभा कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाने के लिए जुलूस निकाला. हालांकि प्रदर्शनकारियों को महाराजबाड़े पर ही गिरफ्तार कर लिया गया. इसके कुछ घंटे बाद ही जिला मजिस्ट्रेट और कलेक्टर रुचिका चौहान ने ग्वालियर शहर में निषेधाज्ञा (144) लागू कर दी, इसमें जुलूस, धरना, आंदोलन, सभा से लेकर सोशल मीडिया पर विद्वेष फैलाने वाली पोस्ट डालने, उसे शेयर और लाइक करने पर ही प्रतिबन्ध लगा दिया.

सिंधिया ने क्या कहा?

मैच होस्ट की हैसियत में सिंधिया परिवार है, लेकिन इनकी ओर से आंदोलनकारियों पर कोई टिप्पणी न की गई हैं वे पूरी तरह से इस मैच की तैयारियों में जुटे हैं. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया 2 अक्टूबर को ग्वालियर आए थे. उन्होंने तैयारियों का जायजा लिया. मैच आयोजन में मुख्य भूमिका निभा रहे उनके बेटे महान आर्यमन सिंधिया जो कि ग्वालियर डिवीजन क्रिकेट एसोसिएशन के उपाध्यक्ष भी हैं, यहीं डेरा डाले हुए हैं. वे भी आंदोलनकारियों पर टिप्पणी करने से बचते नजर आए.

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महानआर्यमन सिंधिया ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा है कि ग्वालियर के लिए एक बड़ी सौगात है, क्योंकि 14 साल से यहां पर कोई भी अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं हुआ था. अब मैच होने जा रहा है. ग्वालियर के लोगों में भारी उत्साह है, जो अभी से देखा जा सकता है. मैच की तैयारियों में व्यस्त हूं और आयोजन सफल हो, इसके भरसक प्रयास कर रहा हूं.

मैच को लेकर हिन्दू संगठनों द्वारा किये जा रहे विरोध को लेकर पूछे गए सवाल पर महान आर्यमन सिंधिया ने कहा कि वे इन सबमें नही पड़ना चाहते. उन्होंने कहा कि 'मैं अपने मैच की तैयारी में लगा हुआ हूं. मैं तो चाहता हूं कि ग्वालियर के लोग मैच का आनंद ले सकें.'

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