सरकार बदलते ही छत्तीसगढ़ में 'भ्रष्टों' पर कसा शिकंजा, EOW और ACB का एक साथ इतने स्थानों पर छापे

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के शराब घोटाले में संलिप्त अधिकारी और शराब कारोबारियों के ठिकानों पर राजधानी रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग जिले के दर्जनभर से ज़्यादा ठिकानों पर EOW और एसीबी की टीम छापेमारी कर दस्तावेज खंगाल रही है. 

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Liquor Scam of Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में सरकार बदलते ही कथित भ्रष्टाचार के खिलाफ विष्णुदेव साय (Vishnudev sai) सरकार एक्शन में आ गई है. इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के शराब घोटाले में संलिप्त अधिकारी और शराब कारोबारियों के ठिकानों पर आर्थिक अपराध शाखा (EOW) और एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने दबिश दी. जानकारी के अनुसार EOW और एसीबी की टीम राजधानी रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग जिले के दर्जनभर से ज़्यादा ठिकानों पर छापेमारी के साथ ही दस्तावेज खंगाल रही है. 

ED ने EOW में शराब घोटाले में दर्ज कराई थी FIR

छत्तीसगढ़ में मनी लांड्रिंग की जांच कर रही ED ने अपनी जांच में खुलासा किया था कि अधिकारी, नेताओं और शराब कारोबारी के अवैध सिंडिकेट की वजह से छत्तीसगढ़ में 2000 करोड़ से ज़्यादा का घोटाला हुआ है. गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में सरकार बदलते ही ED ने आर्थिक अपराध शाखा ने एफ़आइआर दर्ज कराई थी. ED की एफ़आइआर के आधार पर अब EOW छापेमारी की कार्रवाई कर रही है.

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यहां हो रही EOW की कार्रवाई

शराब के कारोबार में कथित भ्रष्टाचार के खिलाफ EOW की टीम ने बिलासपुर के सरगांव स्थित भाटिया डिस्टलरी, कोटा स्थित वेलकम डिस्टलरी, कुम्हारी दुर्ग स्थित केडिया डिस्टलरी, रायपुर स्थित अनवर ढेबर, विवेक ढांड समेत अनिल टुटेजा के ठिकानों पर एसीबी और ईओडब्ल्यू की संयुक्त टीम ने दबिश दी है. इसके अलावा, स्वर्ण भूमि परिसर स्थित शराब कारोबारी, आईटीएस अफसर और आबकारी के पूर्व एमडी एपी त्रिपाठी की पत्नी से जुड़े फर्म में भी छापे की कार्रवाई चल रही है. 

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