कवर्धा में करंट से दो बायसन के शिकार का खुलासा, जीजा-साला गिरफ्तार, लापरवाही पर बीट गार्ड निलंबित.

पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि उन्होंने जंगली जानवरों के शिकार के लिए करंट लगाया था, जिसकी चपेट में आने से दोनों बायसन की मौत हो गई.

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Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के कबीरधाम ज‍िले के कवर्धा में वन्यजीव संरक्षण को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है. कवर्धा वन परिक्षेत्र के बोकरखार जंगल में दो बायसन के शिकार के गंभीर प्रकरण में वन विभाग ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. साथ ही विभागीय लापरवाही मानते हुए संबंधित क्षेत्र के बीट गार्ड को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है.

वन मंडल अधिकारी निखिल अग्रवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरे मामले का खुलासा किया. उन्होंने बताया कि मंगलवार को बीट क्रमांक 47 में दो बायसन की संदिग्ध मौत की सूचना मिली थी. सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू की गई. प्रारंभिक जांच में सामने आया कि दोनों बायसन की मौत करंट की चपेट में आने से हुई है.

मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपियों की तलाश शुरू की गई. अचानकमार टाइगर रिजर्व से डॉग स्क्वायड की मदद ली गई, जिसके बाद जीजा-साला दसरु और कुंवर सिंह को गिरफ्तार किया गया. पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि उन्होंने जंगली जानवरों के शिकार के लिए करंट लगाया था, जिसकी चपेट में आने से दोनों बायसन की मौत हो गई.

आरोपियों के कब्जे से करंट लगाने में उपयोग किया गया जीआई तार, कुल्हाड़ी, पहले शिकार किए गए जंगली सूअर का मांस, उसके दांत और मोर के पैर भी बरामद किए गए हैं. दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया जा रहा है.

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गौरतलब है कि इससे पहले 21 नवंबर को चिल्फी वन परिक्षेत्र में भी दो बायसन के शिकार का मामला सामने आया था, जिसमें पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था. वहीं सहसपुर लोहारा वन परिक्षेत्र में तेंदुए के शव के अवशेष मिलने से वन विभाग की चिंता और बढ़ गई है. 

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