Smuggling of Wild Animal Skins in Gariaband: छत्तीसगढ़ के गरियाबंद (Gariaband) में तेंदुए की खाल की तस्करी (leopard skin Smuggling) करते तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों में पिता-पुत्र भी शामिल हैं. वन विभाग (Forest department Gariaband) के अधिकारियों ने बताया कि मुखबिर की सूचना के आधार पर दबिश दी गई. जहां तेंदुए के खाल (leopard skin) के साथ तीनों आरोपियों को गिरफ्तार (Smuggler Arrested) किया गया. जिसके बाद आरोपियों को अदालत में पेश किया गया. अदालत ने तीनों को जेल भेज दिया है.
ग्राहक ढूंढ रहे थे आरोपी
तीनों तस्कर तेंदुए के खाल की बिक्री के लिए ग्राहक ढूंढ रहे थे. इसी दौरान उन्हें वन विभाग की टीम ने गिरफ्तार किया. सीतानदी-उदंती टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक वरुण जैन ने बताया कि 26 नवंबर को मुखबिर से सूचना मिली कि तेंदुआ की खाल की बिक्री के लिए तीन युवक ग्राहक ढूंढ रहे हैं. जिसके बाद टीम ने 27 नवंबर को टाइगर रिजर्व क्षेत्र के बिरीघाट चौक के पास दबिश देकर तीनों युवकों को हिरासत में लिया. पकड़े गए पकड़े गए आरोपियों की पहचान कार्तिक गोंड (45), उसके पुत्र गौरांग गोंड (23) और एक अन्य उपेंद्र रावत (25) निवासी ग्राम चक्कामाल ओड़िशा के रूप में हुई है.
तेंदुए की खाल समेत बाइक जब्त
वन विभाग के अधिकारी ने बताया कि आरोपियों के पास से एक तेंदुए की खाल जब्त की गई है. इसके साथ ही बाइक और दो साइकिल भी जब्त की गई है. वन विभाग ने तीनों आरोपियों के खिलाफ वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम 1972 के तहत कार्रवाई कर उन्हें गरियाबंद न्यायालय में पेश किया गया, जहां से जेल भेज दिया गया है.
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तेंदुए को जहर देकर मारा गया
बताया जा रहा है कि आरोपियों ने तेंदुए को जहर देकर मारा है. जब्त तेंदुए की खाल के सिर से पूंछ की लंबाई 2.42 मीटर है. वन विभाग मामले में संलिप्त अन्य आरोपियों की तलाश कर रहा है. विभागीय अधिकारियों की प्रारंभिक जांच में तेंदुए को जहर देकर मारने की बात सामने आई है. ऐसे में वन विभाग की टीम अन्य आरोपियों को पकड़ने में सक्रिय है और जंगल में निगरानी बढ़ा दी है.
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