CG Panchayat Polls: छत्तीसगढ़ में संपन्न हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में बड़ी गड़बड़ी उजागर हुई है, आरोप है कि उन्होंने जीतने वालों के बजाय हारने वाले प्रत्याशियों को जीत का प्रमाण पत्र सौंप दिए. दुर्ग जिले के जनपद पंचायत क्षेत्र ग्राम पंचायत अंजोरा ढाबा में एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां पंचायत चुनाव के नतीजों को लेकर बवाल हो गया है.
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हारने वाले प्रत्याशियों को दिया गया जीत का प्रमाण पत्र
ग्रामीणों का कहना है कि कुछ वार्डों में हारने वाले प्रत्याशियों को लापरवाही या सुनियोजित साजिश के तहत पोलिंग अधिकारियों द्वारा जीत का प्रमाण पत्र दे दिया गया, जबकि असली विजयी उम्मीदवारों को उनकी जीत से वंचित कर दिया गया. इस गड़बड़ी के खिलाफ ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया और निष्पक्ष जांच की मांग की है.
3 वार्डों में खुली गड़बड़ी की पोल, हारे को बना दिया विजेता
ग्रामीणों के अनुसार दुर्ग जिले के ग्राम पंचायत के वार्ड नंबर 7, 9 और 10 में हारे हुए प्रत्याशियों को विजेता का प्रमाण-पत्र जारी करने वाली गड़बड़ी सामने आई है. उनका आरोप है कि इन वार्डों में अधिक वोट पाने वाले प्रत्याशियों को जानबूझकर हराया गया और हारने वाले उम्मीदवारों को ही प्रमाण-पत्र थमा दिया गया.
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वार्ड नंबर-7 में हारे योगेंद्र साहू को मिला जीत का सर्टिफिकेट
रिपोर्ट के मुताबिक वार्ड नंबर 7 में प्रत्याशी नेतराम साहू को 25 और योगेंद्र साहू को 24 वोट मिले थे. ग्रामीणों के मुताबिक, विजयी प्रत्याशी नेतराम साहू को जीत का प्रमाण पत्र मिलना चाहिए था, लेकिन पोलिंग अधिकारी ने गलती या साज़िश के तहत योगेंद्र साहू को प्रमाण पत्र दे दिया.
वार्ड नंबर-9 में 17 वोट पाने वाले को मिला जीत का प्रमाण पत्र
ऐसा ही कुछ गड़बड़झाला वार्ड-9 में देखने को मिला, जहां वार्ड नंबर-9 से विजेता घोषित की गई प्रत्याशी कमलेश्वरी देशमुख के बजाय रामेश्वरी देशमुख को जीत का प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया, जबकि कमलेश्वरी देशमुख को 29 वोटों के साथ स्पष्ट बहुमत मिला था और रामेश्वरी देशमुख को महज 17 वोट मिले थे.
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वार्ड नंबर-10 में 52 वोट वाला हारा, 24 वोट वाला बना विजेता
सबसे चौंकाने वाला मामला वार्ड नंबर 10 का सामने आया है, जहां 52 वोट पाने वाले प्रत्याशी को हार का सामना करना पड़ा है, जबकि 24 वोट पाने वाले प्रत्याशी को जीत का प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया, पोलिंग अधिकारियों द्वारा की गई गड़बड़ी के खुलासे के बाद ग्रामीणों में रोष है.
पोलिंग अधिकारियों पर फूटा ग्रामीणों का गुस्सा, जांच की मांग
दुुर्ग जिले में तीन वार्ड में हुई गंभीर अनियमितता से नाराज होकर ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर सौंप ज्ञापन में दोषी अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है. ग्रामीणों का कहना है कि यह कोई साधारण चूक नहीं है, बल्कि एक सोची-समझी साज़िश है, जिसके तहत गलत उम्मीदवारों को जीतने का सर्टिफिकेट दिया गया है.
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निष्पक्ष जांच और दोषी पोलिंग अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग
ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि प्रमाण-पत्र बांटने वाले अधिकारियों ने दबाव में आकर यह गड़बड़ी की है। उन्होंने मांग की है कि इस पूरे मामले की त्वरित और निष्पक्ष जांच की जाए और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई हो. मामले प्रतिक्रिया देते हुए प्रशासन ने निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है.
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