जल जीवन मिशन का ठेकेदार बन सरपंच से ऑनलाइन ठगे 2 लाख रुपये, सायबर सेल जांच में जुटी

Online Fraud Case: छत्तीसगढ़ के गरियाबंद में ऑनलाइन ठगी का मामला सामने आया है. जिले के देवभोग में एक ठग ने खुद को जल जीवन मिशन का ठेकेदार बताकर काम करने के लिए मजदूर भेजने के बहाने करीब 2 लाख रुपये की ठगी की.

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Online Fraud in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के गरियाबंद में ऑनलाइन ठगी (Online Fraud) का मामला सामने आया है. जिले के देवभोग में एक ठग ने खुद को जल जीवन मिशन (Jal Jeevan Mission) का ठेकेदार (Contractor) बताकर काम करने के लिए मजदूर भेजने के बहाने सरपंच से 1 लाख 98 हजार रुपये की ठगी की. जिसके बाद ठगी का एहसास होने के बाद सरपंच (Sarpanch) ने देवभोग थाने में इसकी शिकायत की. जिसके बाद पुलिस (Gariaband Police) ने इस मामले को साइबर सेल की टीम को सौंप दिया है. साइबर सेल (Cyber Cell Gariaband) की टीम ने आईपीसी की धारा 420 और 66 घ के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

क्या है मामला?

देवभोग ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत दहीगांव के सरपंच खगेश्वर नागेश के मोबाइल पर एक अज्ञात नंबर से कॉल आया. कॉल करने ने खुद को जल जीवन मिशन का ठेकेदार बताते हुए कहा कि जल जीवन मिशन के तहत दहीगांव पंचायत में काम करने के लिए वह अपने मजदूर भेज रहा है. ठग ने सरपंच को बताया कि वह किसी काम से बाहर है. जिसके चलते उसने मजदूरों के राशन खर्च के लिए 50 हजार की राशि सरपंच के अकाउंट में डालने की बात कही. जिसके बाद सरपंच ने पेमेंट रिसीव करने के लिए अपने बेटे का नंबर दिया.

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सरपंच के बेटे का नंबर मिलते ही ठग ने बैंक ट्रांजेक्शन के 3 फर्जी मेसेज भेजे. जिसमें से दो मैसेज 49-49 हजार रुपये के थे, जबकि एक मैसेज 99 हजार रुपये का था. मैसेज भेजते ही ठग ने नेटवर्क इश्यू के नाम पर ज्यादा पेमेंट भेजने की बात कही और उसने गलती से भेजे गए अपने पैसे वापस मांगे. जिसके बाद सरपंच के बेटे ने बिना अकाउंट चेक किए ठग के दिए गए फोन-पे नंबर पर 1 लाख 98 हजार रुपये भेज दिए. जिसके बाद ठगी का एहसास होने पर सरपंच ने मामले की शिकायत थाने में की. सरपंच के बेटे ने यह रकम कारोबार करने के लिए लोन के रूप में लिया था.

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