Chhattisgarh: सूरजपुर के जंगल में घूम रहे हैं 50 से ज्यादा हाथी, लोगों में दहशत, DFO दी यह सलाह

Surajpur News : जिले का वन परिक्षेत्र प्रतापपुर, ओडगी, बिहारपुर, और रामानुजनगर वन परिक्षेत्र का प्रेमनगर हाथी प्रभावित क्षेत्र है. इस यहां 50 से ज्यादा हाथियों का दल घूमने की खबर के बाद लोगों में खौफ है.

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Chhattisgarh News : सूरजपुर (Surajpur) वन मंडल के कई वन परिक्षेत्र हाथियों की मौजूदगी है. यहां 50 से ज्यादा हाथियों का दल घूम रहा है. हाथियों के मौजूदगी की सूचना के बाद लोगों में खौफ है. वहीं वन विभाग के अफसर लोगों से सतर्क रहने अपील कर रहे हैं. 

ग्रामीण खुद हाथियों को खदेड़ते हैं 

बता दें कि जिले में हाथियों के आवाजाही की समस्या से ग्रामीण हमेशा परेशान रहते हैं.जहां हाथी आए दिन ग्रामीणों के मकानों को क्षतिग्रस्त व खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं. फिलहाल जिले के अलग-अलग वन परिक्षेत्र में लगभग 50 हाथियों का दल आतंक मचाए हुए है. वन अमला लोगों को जागरूक करने व लगातार हाथियों पर निगरानी करने के दावे भी जरूर कर रहा है, लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि हाथी आने फसलों व घरों को नुक़सान करने की सूचना पर वन विभाग के अधिकारी- कर्मचारी फ़ोन रिसीव नहीं करते हैं.  जिसकी वजह से ग्रामीण खुद हाथियों को खदेड़ने का काम करते हैं. जिससे जनहानि की संभावना भी बढ़ जाती है. 

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ये हैं वजहें 

जिले में लकड़ी चोरों के कारण जंगल मैदान में तब्दील हो रहे  हैं. वहीं वनों की कटाई की वजह से जंगल मैदान में तब्दील होते जा रहे हैं. जंगल के अंदर अतिक्रमण भी तेजी से हो रहा है. जहां ग्रामीण मकान बनाकर रह रहे हैं, जिसकी संख्या लगातार बढ़ती जा रही है, जिसे रोकने में ज़िम्मेदार नाकाम दिखाई देते हैं. जंगल में इंसानी दखल अंदाजी और रहवास भी हाथियों और जंगली जानवरों के रिहायशी क्षेत्र में घुसने की एक मुख्य वजह है. जिले का वन परिक्षेत्र प्रतापपुर, ओडगी, बिहारपुर, और रामानुजनगर वन परिक्षेत्र का प्रेमनगर हाथी प्रभावित क्षेत्र है. जहां वन विभाग हाथियों को रिहायशी क्षेत्र में आने से रोकने व फसलों के नुकसान से बचाने के कई उपाय करता आता है. 

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DFO बोले-नजदीक न जानें की हिदायत दे रहे हैं

सूरजपुर के DFO पंकज कमल ने NDTV से बात करते हुए कहा कि सरगुजा संभाग हाथी प्राभावित क्षेत्र रहा है. हाथी अपने रूट को भूलते नहीं है, उसी रास्ते आना जाना करते हैं. फिल्हाल जिले में 50 से ज्यादा हाथियों की मौजूदगी है. जिसे लेकर वन विभाग सजग है,,हाथी से हुए नुक़सान पर मुआवजे की कार्यवाही भी की जा रही और लोगों को हाथी के नजदीक न जाने की हिदायत दे रहे हैं. 

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