छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सर्चिंग के दौरान सुरक्षा बल के जवानों ने 5 किलो जिंदा आईईडी बरामद किया, जिसे सीआरपीएफ की बीडीएस टीम ने मौके पर ही सुरक्षित नष्ट कर दिया. बताया जा रहा है कि माओवादियों ने जवानों को नुकसान पहुंचाने के इरादों से इस क्षेत्र में 5 किलो का आईईडी प्लांट कर रखा था था. बता दें कि आम तौर पर सर्चिंग पर निकलने सुरक्षा बलों के जवानों को टारगेट करने ने लिए माओवादियों द्वारा इस तरह के बारूदी जाल बिछाए जाते हैं.
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सतर्कता और सूझबूझ से टला हादसा
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार डीआरजी, सीआरपीएफ 50वीं वाहिनी और कोबरा 202 बटालियन की संयुक्त टीम रविवार को सर्चिंग पर निकली थी. इसी मार्ग के किनारे गस्त करते जवानों ने तार देखा, उसके बाद तुरंत एक्शन लेते हुए इसे सावधानीपूर्वक निकाला. सुरक्षाबलों ने सूझबूझ और सतर्कता पूर्वक आईईडी को सुरक्षित तरीके से मौके पर ही डिफ्यूज कर दिया. इस तरह एक बड़ा हादसा होते-होते बच गया.
चुनाव के मद्देनजर सर्चिंग में आयी तेजी
माओवादियों के सबसे खतरनाक हथियार के रूप में लैंडमाइन को देखा जाता है. आईईडी बम से नक्सलियों ने बस्तर में कई बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया है. माओवादियों द्वारा लगाए आईईडी से एंटी लैंड माइंस वाहन भी क्षतिग्रस्त हो चुके हैं. नक्सलियों की इस योजना को नाकामयाब करने के लिए बीते कुछ सालों से नक्सल अभियान के दौरान जवान पैदल ही जाने लगे हैं. वहीं इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए सुकमा जिले के अंदरूनी इलाकों में सुरक्षाबलों द्वारा सर्चिंग अभियान तेज कर दिया गया है. चुनाव के दौरान नक्सली गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए पुलिस अपने स्तर पर जमकर तैयारी कर रही है.