Chhattisgarh: सरकार योजना विहीन... किसानों की खेती हो रही चट, पालतू पशुओं को ग्रामीणों ने बाड़े में बंद कर मार डाला... जानिए पूरा मामला 

Baloda Bazar News: सड़क पर आवारा घूमने वाले जानवरों के लिए प्रदेश सरकार के पास कोई खास योजना नहीं है. ऐसे में किसानों को अपने फसल से हाथ धोना पड़ रहा है और उन्हें बहुत नुकसान हो रहा है. 

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एक ही गांव में मिले 14 पशुओं के शव (Generic)

CG Government: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की सरकार के पास सड़कों पर घूम रहे पालतू पशुओं के लिए कोई योजना नहीं होने का खामियाजा प्रदेश के किसान उठा रहे हैं... खरीफ फसल आवारा छोड़े गए पशुओं (Stray Animals) के द्वारा चट किए जा रहे हैं. इससे परेशान ग्रामीणों ने बड़ी संख्या में मवेशियों को बाड़े में बंद कर दिया, जिससे मवेशियों की मौत हो गई. गांव में बदबू फैलने के बाद पंचायत से लेकर प्रशासन तक में हड़कंप मच गया. कलेक्टर दीपक सोनी (Deepak Soni) ने मामले की जांच करने के साथ ही FIR दर्ज करने के आदेश दिए हैं.

बाड़े में बंद होने से हुई जानवरों की मौत

छत्तीसगढ़ के बालौदा बाजार जिले के लवण तहसील क्षेत्र अंतर्गत ग्राम मरदा में 14 गाय बैल और बछड़े मृत पाए गए हैं. मवेशियों के मरने का खुलासा तब हुआ जब गांव में मृत पशुओं के सड़ने से बदबू फैली. दरअसल, ग्रामीणों ने फसल को बचाने के लिए आवारा छोड़े गए पालतू पशुओं को एक बाड़े में बंद कर दिया था. दाना पानी और रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने के कारण दम घुटने से बाड़े में बंद किए गए सभी पशुओं की मौत हो गई. मृत पशुओं के शरीर के सड़ने से फैली बदबू से गांव के हालात बिगड़ने पर ग्रामीणों ने जब बाड़े को खोलकर देखा तो बाड़े के अंदर से मवेशियों का शव मिला. 

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निजी समिति के बाड़े में बंद थे 14 पशु

ग्राम पंचायत मरदा के एक बाड़ा के अंदर 14 पशु मृत हालत में मिले. इसमें 10 बछड़ा और चार गाय शामिल हैं. मामले की पुष्टि कलेक्टर दीपक सोनी के निर्देश में बनी जांच दल ने की. बताया गया कि मवेशी दो-तीन दिन पहले मृत हुए हैं. घटना के संबंध में ग्रामवासियों से पूछताछ की गई. मामले में पुलिस ने कुल चार लोगों को गिरफ्तार किया. 

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लापरवाही बरतने पर चार गिरफ्तार 

मवेशियों की मौत के मामले में जांच करने पहुंची टीम को ग्रामीणों ने बताया कि फसलों की सुरक्षा के लिए घुमंतू मवेशियों को रखने के लिए एक मकान को चिन्हित किया गया था. जिसमें घुमंतू मवेशियों को पकड़कर रखा जाता था. इनकी देखरेख के लिए ग्राम स्तर पर ही एक निजी समिति बनाई गई थी. मकान में तीन कमरे थे. जिसमें से तीसरे कमरे में मृत मवेशियों के शव पाए गए हैं. जांच के बाद जांच दल ने लापरवाही बरतने वाले किसान समिति के पदाधिकारी और सदस्यों के विरुद्ध थाना लवन में पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960 की धारा 11 ज,झ और छत्तीसगढ़ कृषक पशु परिरक्षण नियम 2014 की धारा 09 के तहत अपराध दर्ज किया है. साथ ही, चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया.

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