CG News In Hindi: छत्तीसगढ़ के सूरजपुर मुख्यालय से महज 25 किलोमीटर दूर स्थित उमापुर गांव, जहां उमा देवी साहू अपने तीन बच्चों के साथ रहती हैं. उनका एक बेटा आर्मी में है, जबकि दूसरा बेटा फिल्म कलाकार है. छोटे बेटे संजय साहू ने तीन साल पूर्व अंतर जाति विवाह किया था. वहीं, गांव के लोग उसकी शादी में सम्मिलित हुए थे, जबकि कुछ लोगों के द्वारा जाति से बाहर निकलने का फरमान जारी कर दिया गया.
घर आने-जाने वाले लोगों को किया बहिष्कृत
वहीं, अभी भी जो लोग उमा देवी के घर आना-जाना करते हैं, उनको समाज से बहिष्कृत करने का फरमान सुना दिया जाता है,जिसको लेकर लगातार उमा देवी मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रही थी. उन्होंने इसकी शिकायत स्थानीय रामानुजनगर थाने में की. लेकिन पुलिस के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई. इसके बाद आखिरकार पीड़ित ने इसकी शिकायत महिला आयोग में की. हम आपको बता दें जिन लोगों के द्वारा समाज से बहिष्कृत करने का काम किया जा रहा है. वह सभी लोग शिक्षक हैं.
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इन्होंने बहिष्कार की घटना को बताया गलत
वहीं, यह पूरा मामला महिला आयोग के पास पहुंचने के बाद जांच शुरू कर दी गई है, सूरजपुर के महिला बाल विकास की टीम गांव में पहुंची और सभी का बयान लिया. लेकिन नोटिस देने और बुलाने के बावजूद आरोपी पक्ष के लिए कोई भी अपना बयान देने के लिए नहीं पहुंचे. महिला बाल विकास विभाग के द्वारा शुरुआती जांच में यह बात साफ हो गया कि साहू समाज के 10 लोग मिलकर बाकी लोगों को समाज से निकलने का काम किए हैं. वहीं, साहू समाज के पूर्व अध्यक्ष भी बहिष्कार की घटना को गलत ठहराते दिख रहे हैं.
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