कोरिया में मिला बर्फीले भालू का शावक, वन विभाग ने रेस्क्यू करके भेजा जंगल सफारी 

अमूमन सफेद भालू उत्तरी ध्रुव में पाए जाते हैं. ऐसे में जब बहालपुर जंगल की तरफ गए लोगों की नज़र दोनों शावकों पर पड़ी तो सभी हैरान रह गए.

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कोरिया में मिला बर्फीले भालू का शावक, वन विभाग ने रेस्क्यू करके भेजा जंगल सफारी

Polar Bear: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के कोरिया (Koriya) ज़िले में बुधवार को भालू के दो शावक मिलने से हर कोई हैरान रह गया. इसमें से एक शावक सफेद रंग का है और दूसरा काला भालू का शावक हैं. सफेद भालू दुर्लभ प्रजाति का जानवर है. बहुत छोटे होने के कारण आसपास के लोग उन्हें जंगल से उठाकर अपने गांव ले गए. फिर वन विभाग को इसकी इत्तिला दी गई. खबर मिलते ही वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी मौके पर पहुंचे. जिसके बाद लोगों ने दोनों शावकों को वन विभाग के अधिकारियों को सौंप दिया. 

दोनों भालू के शावकों को सही-सलामत बरामद करने के बाद उन्हें स्वास्थ्य चेकअप के लिए भेजा गया. फिर दोनों शावकों को रायपुर के जंगल सफारी भिजवाया गया. बता दें कि कोरिया के चिरमिरी के जंगल में पहले भी दुर्लभ सफेद भालू देखे गए हैं. अमूमन सफेद भालू उत्तरी ध्रुव में पाए जाते हैं. ऐसे में जब बहालपुर जंगल की तरफ गए लोगों की नज़र दोनों शावकों पर पड़ी तो सभी हैरान रह गए. इस मामले में  डिप्टी रेंजर एस डी सिंह ने NDTV से बात की. उन्होंने बताया, 

बुधवार को बहालपुर के लोगों को जंगल में भालू के दो शावक मिले थे. दोनों शावकों को सही सलामत बरामद करके रायपुर जंगल सफारी भिजवा दिया गया है. 


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सफ़ेद भालू के बारे में रोचक तथ्य:

• सफ़ेद भालू त्वचा काली होती है लेकिन सफ़ेद रंग के नरम रोएं के चलते वह देखने में सफ़ेद ही नज़र आते हैं. 
• ज़मीन पर पैदा होने के बाद भी सफ़ेद भालू बर्फ में रहना पसंद करते हैं.
• सफ़ेद भालू अच्छे से तैरने में इतने माहिर होते हैं कि कई हफ़्तों तक तैर सकते हैं.
• सफ़ेद भालू की त्वचा काफ़ी मोटी होती है जो इन्हें बर्फीली जगह पर भी गर्म रखने का काम करती है. 
• बर्फीली जगहों के लगातार पिघलने से सफ़ेद भालूओं के रहने पर संकट पैदा हो गया है.
• जलवायु में बदलाव के चलते इनकी तादाद लगातार घट रही है.
 • व्यस्क सफ़ेद भालू का वजन काफी ज़्यादा होता है. कई बार यह 600 किलोग्राम तक भी होता है. 
• लेकिन मादा सफ़ेद भालू का वजन नर की तुलना में काफी कम होता है.
• सफ़ेद भालू लोमड़ियों जैसे जीव को भी खाते हैं लेकिन ज़्यादातर ये सीलें खाकर अपना गुज़ारा करते हैं. 
• ध्रुवीय भालुओं के समूह को झुंड या खोजी कुत्ता के नाम से भी जाना जाता है. 
• इन भालुओं के सूंघने की क्षमता काफी तेज़ होती है इसलिए ये अपने शिकार को सूंघकर भी पहचान लेते हैं.
• अपने छोटे कान, छोटी पूंछ और छोटे पैर के चलते दिखने में ये भालू बेहद प्यारे नज़र आते हैं 
• सफ़ेद भालू आमतौर पर जुड़वा बच्चों को जन्म देते हैं.

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