Chhattisgarh Municipal Elections 2025: छत्तीसगढ़ में 11 फरवरी को हुए नगरीय निकाय चुनाव के नतीजे शनिवार यानी 15 फरवरी को आ जाएंगे. जिसे लेकर चुनाव आयोग ने मुकम्मल तैयारी कर ली है. शनिवार को राज्य के 10 नगर निगमों, 49 नगर पालिका परिषदों और 114 नगर पंचायतों सहित 173 नगर निकायों के नतीजे आएंगे. प्रदेश की दोनों ही प्रमुख पार्टियों ने अपनी-अपनी जीत का दावा किया है. नतीजों से ठीक पहले राज्य के अलग-अलग जगहों से अध्यक्ष और पार्षद प्रत्याशियों के स्ट्रांग रुम के बाहर डेरा डालने की तस्वीरें सामने आ रही हैं.
कांग्रेस लगातार सत्ता पक्ष पर हमलावर है और ईवीएम में छेड़छाड़ की आशंका जता रही है वहीं बीजेपी का कहना है कि हार के डर से कांग्रेस वाले अभी से बहाना बना रहे हैं. राज्य के डिप्टी CM अरुण साव ने कहा है कि चुनावी नतीजे पूरी तरह से भाजपा के पक्ष में आएंगे तो वहीं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज का कहना है कि चुनावों के दौरान राज्य निर्वाचन आयोग की भूमिका संदिग्ध रही है. इसके बावजूद जीत कांग्रेस की ही होगी. अब आगे बढ़ने से पहले ये जान लेते हैं नगर निगम से किस प्रत्याशी की किस्मत का फैसला EVM से निकलने वाले नतीजे करेंगे.
इसके साथ ही ये भी जान लेते हैं कि राज्य के नगरपालिका परिषदों में कहा से कौन प्रत्याशी ताल ठोक रहा है. राज्य में जिन नगर पालिका परिषदों में चुनाव हुए हैं उनकी कुल संख्या 49 है.
कांग्रेस EVM पर फोड़ेगी ठीकरा: अरुण साव
नतीजों से एक दिन पहले उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने पत्रकारों से बात की. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने पूरी गंभीरता से चुनाव लड़ा है इसलिए हमें विश्वास है कि अब सभी 10 नगर निगमों में आसानी से चुनाव जीतेंगे. उन्होंने दावा किया कि राज्य में नगरीय निकाय चुनावों के परिणाम लोकसभा और विधानसभा से बेहतर होंगे.साव ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि नतीजों से पहले ही कांग्रेस संगठन हार के बहाने ढूंढने में लग गई है. उन्होंने कहा कि नतीजों के बाद कांग्रेस सीधा EVM पर हार का ठीकरा फोड़ने वाली है लेकिन वो ये समझने को तैयार नहीं होगी कि अपने 5 साल के कार्यकाल में उसने कोई काम नहीं किया इसलिए वो हारी है.
चुनाव आयोग की भूमिका संदिग्ध: दीपक बैज
दूसरी तरफ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने भी दावा किया है कि पार्टी निकाय चुनाव में भारी बहुमत से जीतेगी. उन्होंने कहा कि प्रदेश में एक साल में ही बीजेपी सरकार के खिलाफ माहौल बन गया है. हालांकि उन्होंने इसके साथ ये भी कहा कि वोटिंग के दौरान चुनाव आयोग की भूमिका संदिग्ध रही है. आयोग ने चुनाव के बाद जो वोट परसेंटेज जारी किया उसमें कोटा नगर पंचायत में 138 प्रतिशत मतदान होना और नवागढ़ नगर पंचायत में 103.50 प्रतिशत वोट होना बताया है.
निकाय चुनाव में 72.33% हुई वोटिंग
प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव में 72.33 प्रतिशत वोट डाले गए. इनमें पुरुष 73.26 और महिलाएं 71.75 प्रतिशत हैं. यानी पुरुषों ने महिलाओं से करीब डेढ़ प्रतिशत ज्यादा मतदान किया. जबकि महिला मतदाता 29 जिलों में पुरुषों से ज्यादा हैं, लेकिन सात जिलों में उन्होंने ज्यादा वोटिंग की। थर्ड जेंडर ने केवल 18.08 फीसदी वोटिंग की.
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