ओवरलोड वाहन तोड़ रहे करोड़ों की सड़कें! मार्ग बदला गड्ढे में, हर दिन हो रही दुर्घटनाएं, जिम्मेदार भी खामोश

Road Bad Condition In Baloda Bazar: क्षेत्र की सड़कों पर दिन रात ओवरलोड वाहन दौड़ते रहते हैं, जिनसे करोड़ों रुपये की लागत से बनाई गई सड़कें भी क्षतिग्रस्त हो गई है.

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Road Bad Condition In Chhattisgarh: बलौदा बाजार जिले के सुहेला तहसील क्षेत्र में स्थित पड़कीडीह से रावन और खरतोरा जाने वाली सड़क की हालत खस्ताहाल हो गई है. समतल से ज्यादा गड्ढों और ओवरलोड गाड़ियों के दबाव से सड़क पूरी तरह से धंस चुकी है. प्रशासन की उदासीनता और सड़क पर बढ़ती धूल ने स्थानीय निवासियों के जीवन को मुश्किल बना दिया है. यह सड़क न केवल जोखिम पैदा कर रही है, बल्कि हर दिन दुर्घटनाओं का कारण भी बन रही है.

सड़क पर गहरे गड्ढे, उखड़ा हुआ डामर

पड़कीडीह से रावन और खरतोरा जाने वाली सड़क बलौदा बाजार जिले के सुहेला तहसील क्षेत्र में स्थित है. यह सड़क एक इंडस्ट्रियल कॉरिडोर है, क्योंकि इस सड़क पर दो बड़ी प्रमुख सीमेंट कंपनियों के साथ ही छोटी-छोटी कई फैक्ट्रियां और इंडस्ट्री इस मार्ग पर हैं. यह मार्ग अब खस्ताहाल हो चुका है. सड़क पर गहरे गड्ढे, उखड़ा हुआ डामर,और ओवरलोड गाड़ियों का दबाव ने इसे असुरक्षित बना दिया है. हर दिन इस मार्ग से गुजरने वालों को दुर्घटनाओं का खतरा रहता है.

सड़क पर गड्ढों की भरमार ने जनजीवन को गंभीर रूप से प्रभावित किया है. विशेषकर, महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे इस रास्ते से गुजरने में डरते हैं, क्योंकि दुर्घटनाओं के कारण यह मार्ग खतरनाक बन चुका है. पैदल चलने वालों को भी गिरने और चोटिल होने का डर सताता है.

अपर कलेक्टर भूपेंद्र अग्रवाल ने कहा कि इस सड़क की जर्जर हालत के बारे में प्रशासन को ग्रामीणों के माध्यम से जानकारी मिली है. जल्द ही इस सड़क के सुधार के लिए कदम उठाए जाएंगे और सरकार को इस संबंध में जानकारी दी जा रही है.

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क्षमता से ज्यादा चलाई गई वजनी गाड़ियां

स्थानीय नागरिकों का कहना है कि पड़कीडीह से रावन और खरतोरा मार्ग ग्रामीण सड़क थी. प्रशासन ने गांव के लोगों के विरोध के बावजूद इस सड़क को उद्योगों के लिए जोड़ दिया. जब क्षमता से अधिक ओवरलोड गाड़ियां सड़क से गुजरने लगी जो सड़क को नुकसान पहुंचाई. इतना ही नहीं गाड़ियां दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं, लेकिन सड़क को बनाए रखने की दिशा में प्रशासन कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है. ओवरलोड गाड़ियों के दबाव के कारण सड़क के कई हिस्से धंस चुके हैं, जिससे यातायात में रुकावट होने लगी है.

धूल ने किया परेशान 

सड़क निर्माण के दौरान डाले गए मटेरियल भारी गाड़ियों की वजह से धूल बन चुकी है. सड़क पर आधा फीट से ज्यादा धूल की चादर बिछी हुई है जब गाड़ियां गुजरती है तो यह धूल  स्थानीय निवासियों के लिए परेशानी का कारण बन जाती है. खासकर बच्चों और बुजुर्गों को सांस की समस्या हो रही है और धूल के कारण श्वसन संबंधी बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है. सड़क के किनारे स्थित खेतों में धूल उड़ने से फसलों पर भी असर पड़ रहा है.

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व्यापार और परिवहन हुआ प्रभावित 

खराब सड़क ने व्यापार और परिवहन को भी प्रभावित किया है. व्यापारियों का कहना है कि खराब सड़क के कारण माल की ढुलाई में समय और खर्च दोनों बढ़ गए हैं, जिससे उनके व्यवसाय पर नकारात्मक असर पड़ा है. वहीं वाहन चालकों का कहना है कि आए दिन सड़क पर उनके वाहन खराब हो जाते हैं जिसकी वजह से वाहन मालिक उन पर नाराज होते हैं. 

प्रदेश की सबसे खराब सड़क

ग्रामीणों का कहना है कि यह सड़क प्रदेश की सबसे खराब सड़क बन चुकी है. उन्होंने सरकार से सड़क की मरम्मत की मांग की है और इंडस्ट्रियल कॉरिडोर की आवश्यकता को भी बताया है, ताकि औद्योगिक इकाइयों को जोड़ने वाली सड़क अलग बनाई जा सके.

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