Young boy Injured by IED Bomb: बीजापुर (Bijapur) जिले से माओवादियों के करतूत का ताजा मामला सामने आया. इनके द्वारा लगाए गए आईईडी बम (IED Bomb) की चपेट में आने से एक ग्रामीण युवक बुरी तरह से जख्मी हो गया. इसके बाद उन्होंने युवक को 17 दिन तक जंगल में बंदी बनाकर रखा था. युवक की उम्र 18 साल है. परिजनों को जब घटना की जानकारी मिली तो उन्होंने गांव वालों की मदद लेकर युवक को अस्पताल पहुंचाया. जिला चिकित्सालय में उपचार के बाद घायल युवक को बेहतर इलाज के लिए रायपुर (Raipur) रेफर किया गया. बता दें कि वह अपने घर में इकलौता कमाने वाला है. घटना की पूरी जानकारी पुलिस ने एक प्रेस नोट जारी कर दी.
तेलंगाना से पैदल आ रहा था घर वापस
ग्राम कचिलवार निवासी गुड्डू लेकाम अपने किसी निजी काम से तेलंगाना के चेरला गया हुआ था. 11 मार्च को वह अपने घर वापस आने के लिए पैदल ही जंगल के रास्ते वापस निकल पड़ा. जब वह इतावर गांव के पास पहुंचा तो शाम 7:30 बजे के आसपास नक्सलियों द्वारा पुलिस को जान से मारने और नुकसान पहुंचाने की नियत से लगाए गए आईईडी बम की चपेट में वह आ गया.
जंगल में ही बना रखा था बंदी
घायल होने के बाद माओवादियों ने उसे वहीं जंगल में बंधक बनाकर 28 मार्च तक छुपा कर रखा. गुड्डू के परिजनों को घटना का पता चलने पर गांव वालों के साथ मिलकर वो गुड्डू को वापस ले आए और इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया. वहां उसकी हालत गंभीर होने और दोनों पैर जख्मी होने के कारण इलाज के लिए रायपुर रेफर किया गया.
ये भी पढ़ें :- Madhya Pradesh Weather: मोरेना में पड़ी मौसम की मार, ओलावृष्टि ने बढ़ाई किसानों की मुसीबत
अपने पैरों पर नहीं हो पाएगा खड़ा
कचिलवार गांव का रहने वाला 18 साल का गुड्डू लेकाम अपने घर में कमाने वाला एकलौता लड़का है. इस घटना में उसके दोनों पैर बहुत बुरी तरह से घायल हो गए और हाथों में भी चोट आई. डॉक्टरों का कहना है कि इसके बाद वह कभी अपने पैरों पर नहीं चल पाएगा.
ये भी पढ़ें :- Lok Sabha Elections से पहले पुलिस का बड़ा एक्शन, अवैध फैक्ट्री में छापा मारकर लाखों रुपये की शराब नष्ट करवायी