Chhattisgarh: बालोद (Balod) जिले में पहली बार मेडिकल एंट्रेंस एग्जामिनेशन यूजी (NEET-UG) की परीक्षा आयोजित की गई. इससे पहले नीट के परीक्षार्थियों को अन्य जिलो के सेंटर दुर्ग, धमतरी, रायपुर एवं राजनांदगांव में निर्भर रहना पड़ता था, लेकिन इस साल पहली बार जिले सहित आसपास के नीट यूजी के परीक्षार्थी को अपने ही जिले में परीक्षा देने का मौका मिला. 5 मई रविवार को आयोजित इस परीक्षा के लिए कुल 2 सेंटर बनाए गए. पहला, जिला मुख्यालय (District Headquarters) बालोद में गर्ल्स हाईस्कूल और दूसरा, स्वामी आत्मानंद हिंदी मीडियम स्कूल (सेजस) में. परीक्षा को देखते हुए बहुत सारी खास सुरक्षा व्यवस्था भी की गई. बता दें कि नीट के आधार पर एम्स के साथ ही मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन दिए जाएंगे.
कुल इतने विद्यार्थियों ने दी परीक्षा
गर्ल्स हाईस्कूल में 213 और आत्मानंद हिंदी माध्यम में 192 परीक्षार्थियों को शामिल होने का मौका मिला. एक ही पाली में आयोजित इस परीक्षा का समय दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजकर 20 मिनट तक किया गया. वहीं, परीक्षार्थी इस परीक्षा में शामिल होने के लिए आधे घंटे पहले, यानि कि डेढ़ बजे गेट के बंद होने के पहले सेंटर में पहुंचना अनिवार्य था. लेकिन, एनटीए (नेशनल टेस्ट एजेंसी) में नियुक्त कर्मचारियों के द्वारा परीक्षार्थियों को एग्जाम हाल में जाने से पहले गोपनीय जांच किया जाना था. जिसमें मेटल डिटेक्टर, बायोमेट्रिक टेस्ट, रेटिना टेस्ट किया गया. ये प्रक्रिया 11 बजे से डेढ़ बजे तक चलने के करना परीक्षार्थियों को सुबह 11 बजे सेंटर में आना अनिवार्य किया गया था.
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सेंटर पर दिखी पुलिस की तैनाती
जिले में नीट की परीक्षा के दौरान सुरक्षा के दृष्टिकोण से पुलिसकर्मी भी मौजूद रहें. एनटीए के सुरक्षा गार्ड भी गेट पर तैनात रहें. इस दौरान उड़नदस्ता की टीम द्वारा भी सतत निगरानी की गई. उड़नदस्ता की टीम में कलेक्टर के द्वारा नियुक्त अधिकारी शामिल रहे . परीक्षा प्रभारी योगी ने बताया कि इस परीक्षा में शामिल होने परीक्षार्थी को अपने साथ प्रवेश पत्र के अलावा फोटोयुक्त परिचय पत्र साथ लाना अनिवार्य किया गया. उन्होंने बताया कि बालोद को सेंटर बनाने का मुख्य उद्देश्य है कि बच्चों को स्थानीय स्तर पर सुविधा दी जाए.
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