छत्तीसगढ़ में एक आदमखोर तेंदुए का डरावना चेहरा सामने आया है. धमतरी जिले के एक गांव घर के बाहर आंगन में खेलते हुए 3 साल का बच्चा लापता हो गया था. जब गांव के लोगों ने जंगल में खोजबीन तो 400 मीटर बच्चे का शव खून से लथपथ मिला. मासूम बच्चे के चेहरे को आदमखोर तेंदुए ने बुरी तरह जख्मी कर मार दिया था. बच्चे के चेहरे का हिस्सा पूरी तरह गायब था.
बच्चे की पहचान देवेश कुमार मरकाम पिता रोशन मरकाम के रूप में की गई है. यह घटना सीतानदी अभ्यारण में गाताबाहरा गांव में हुई.

गांव में दहशत का माहौल
बच्चे पर हमले की सूचना मिलने पर रिसगांव वन परिक्षेत्र के वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया. घटना से गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है. बच्चे के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
ग्रामीणों ने वन विभाग से सुरक्षा के इंतजाम की मांग की है. वहीं, डीएफओ वरुण जैन ने बताया कि बच्चे के चेहरे से ब्लड सैंपल लिया गया है, जिसके बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि किस जानवर ने बच्चे के ऊपर अटैक किया है.
कुल छह लाख रुपये की मिलेगी सहायता
वहीं, मृतक बच्चे के परिजनों को 25000 रुपये तात्कालिक सहायता राशि प्रदान की गई है. पोस्टमार्टम के बाद 5 लाख 75 हजार रुपये की राशि पीड़ित परिवार को सौंपी जाएगी.
आदमखोर तेंदुआ अन्य पशुओं को भी बना चुका है शिकार
ग्रामीणों के अनुसार, कुछ महीने के अंतराल में तेंदुए के आसपास के क्षेत्र में होने की बात कही जा रही है, जो ठनेही गांव में दो पालतू पशुओं को अपना शिकार बन चुका है और सोंढूर बांध क्षेत्र में भी गांव के पास बैठे हुए पशुओं को उठाकर ले जाने की घटना भी सामने आई है. वहीं, दो दिन पूर्व क्षेत्र में एक बछड़े को तेंदुए ने सामुदायिक भवन के पास से स्थित घर के सामने रात के समय मौत के घाट उतारा था.
तेंदुए के पैरों के निशान भी मिले
इसके साथ ही आदमखोर तेंदुए ने गाय को भी जंगल के क्षेत्र में ले जाकर मार गिराया. वहीं, गांव वालों ने कहा कि जिस तरीके से लगातार घटनाएं घटित हो रही है और तेंदुए के पग चिह्न भी जंगल में पाए गए हैं. इससे तेंदुए की मौजूदगी स्पष्ट होती नजर आ रही है. फिलहाल तेंदुए के इस आतंक के बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल बना है. वन विभाग क्षेत्र में मुनादी करा कर लोगों को सतर्क रहने की अपील कर रहा है.