NDTV Exclusive: पहली बार नक्सलियों का TCOC फेल, भारी पड़े जवान तो इलाका छोड़कर भाग रहे नक्सली ! 

Naxal Encounter in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में सरकार बदलने के बाद नक्सलियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई हो रही है. नक्सलियों के इस साल के टीसीओसी पर जवान ही नक्सलियों पर भारी पड़े हैं. लोकसभा चुनाव के ठीक पहले बस्तर में हुई बड़ी कार्रवाई में 3 महीनें के अंदर ही 79 नक्सली मारे जा चुके हैं.अभियान ऐसे ही जारी रहा तो बस्तर में नक्सलवाद कमज़ोर पड़ सकता है. 

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फाइल फोटो

Anti Naxal Operation in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के कांकेर में पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में 29 नक्सलियों (Naxalites)को सुरक्षा बलों ने ढेर किया है. देश का पहला और सबसे बड़ा एनकांउटर है. इस बार नक्सली नहीं बल्कि जवान नक्सलियों पर भारी पड़े हैं. नतीजतन अब नक्सली अपने आधार वाले इलाके छोड़कर भाग रहे हैं. ये सब कुछ सुरक्षा बलों की बदली रणनीति के तहत हुआ है. नक्सलियों के खिलाफ चल रहे ऑपरेशन से अपने आधार के इलाकों में नक्सली कमज़ोर हो रहे हैं और इलाका छोड़कर भाग रहे हैं. 

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कैम्पेन में हर साल सुरक्षा बलों को नुकसान हुआ है

बस्तर में सुरक्षा बलों के लिए जनवरी से जून तक का महीना काफी चुनौती भरा होता है. वजह है नक्सलियों का TCOC यानी टैक्टिकल काउंटर ऑफेंसिव कैंपेन. इस समय नक्सली बड़ी योजनाएं बनाकर सुरक्षा बलों पर अटैक करते हैं. नक्सलियों के इस कैम्पेन में हर साल सुरक्षा बलों को छोटा -बड़ा नुकसान हुआ ही है. लेकिन इस बार नक्सलियों का ये TCOC नक्सलियों पर ही भारी पड़ गया. पुलिस ने बदली रणनीति के तहत नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन प्रहार (Anti Naxal Operation) चलाया. इस टीसीओसी 10 -20 नहीं बल्कि बस्तर में 79 नक्सलियों को सुरक्षा बलों ने मार गिराया है. ये अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है. 

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बस्तर के IG पी सुंदरराज ने NDTV को बताया कि नक्सलियों के टीसीओसी महीनें में हम योजना बदलकर अभियान चला रहे हैं. इससे  सफलता भी मिल रही है. अपने आधार के इलाकों में नक्सली कमज़ोर हो रहे हैं. अभियान आगे भी जारी रहेगा. 

बस्तर में कमज़ोर हो रहा नक्सलवाद 

बस्तर में नक्सलियों के खिलाफ लगातार हो रही कार्रवाई के बाद बस्तर के कई इलाकों में नक्सलियों के पैर उखड़ने लगे हैं. नक्सली अपने आधार वाले इलाकों को छोड़कर सुरक्षित ठिकानें ढूंढ रहे हैं. इतना ही नहीं इस बार नक्सलियों का सप्लाई नेटवर्क भी टूट रहा है. बस्तर में जिस तरह से नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई हो रही है, माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में बस्तर से नक्सलियों का सफाया हो सकता है. नक्सल मामले के जानकार बताते हैं कि यदि पुलिस इसी तरह से आक्रामक रही तो नक्सली एनकाउंटर में मारे जाएंगे या उन्हें सरेंडर करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा. 

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इस महीनें की मुठभेड़ 

इस महीनें बीजापुर में जवानों ने 19 नक्सलियों को मार गिराया है. जबकि दंतेवाड़ा और सुकमा में 2 नक्सली ढेर हुए हैं. अब कांकेर में हुई मुठभेड़ में 29 नक्सली मारे गए हैं. जबकि 3 महीनें के अंदर 79 नक्सलियों को पुलिस ने ढेर किया है. बता दें कि बस्तर में नक्सलियों का दरभा डिवीजन कमज़ोर हुआ है. अब पुलिस का रुख नक्सलियों के उत्तर बस्तर, पश्चिम बस्तर डिवीजन को भी कमज़ोर करना है. 

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