Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के कोरिया जिले (Koria District) में अस्पताल में पेट दर्द की समस्या को लेकर भर्ती हुए 23 साल के युवक की मौत हो गई. मृतक के परिजनों का आरोप है कि अस्पताल में भर्ती युवक इतना भी गंभीर नहीं था कि उसकी मौत हो जाए. वह अपने साथी, भाईयों से बातचीत कर रहा था. डॉक्टरी परामर्श पर उसे दवा देने के साथ स्लाइन चढ़ाया जा रहा था. इस बीच युवक का पेट दर्द बढ़ गया और बेड पर तड़पते हुए उसकी मृत्यु हो गई.
पेट में दर्द के बाद लाया गया था अस्पताल
इस मामले में जिला अस्पताल के विशेषज्ञ डॉक्टर और सीएमएचओ बता रहे हैं कि युवक के पेट में दर्द से संबंधित जांच की जानी थी. डॉक्टर ने सोनोग्राफी जांच के लिए कहा था. जांच सुबह होनी थी, लेकिन इससे पहले युवक ने दम तोड़ दिया. परिजनों का कहना है कि युवक को समय पर अस्पताल लेकर आने के बाद भी उसकी मौत हो गई. परिजनों ने इलाज में लापरवाही बरते जाने पर कार्रवाई की मांग की है. युवक के भाई ने बताया कि पेट दर्द से पीड़ित होेने व तबीयत बिगड़ने पर युवक को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इस बीच मरीज को मृत घोषित कर दिया गया.जबकि वह इससे पहले अपने दोस्तों से बात कर रहा था. विजय कुमार सोनवानी, धीरेंद्र गुप्ता ने कहा कि मरीज को पेट दर्द पर अस्पताल में लेकर आए थे, डॉक्टर के द्वारा मृत घोषित होने के बावजूद युवक सिर हिला रहा था, जिसके बाद डॉक्टरों ने दोबारा जांच किया और मृत बताया.
सीएमएचओ ने कहा परिजनों के आरोप हैं निराधार
मामले में सीएमएचओ डॉ आर एस सेंगर ने कहा कि शाम 5 बजे डॉक्टर ने बच्चे को अस्पताल में भर्ती किया गया था. रात 9 बजे उसकी हालत खराब हुई और मौत हो गई. डॉक्टर ने सोनोग्राफी जांच के लिए लिखा था, सुबह जांच होनी थी, लेकिन इससे पहले ही युवक की मौत हो गई. कोई भी डॉक्टर नहीं चाहता कि उसके मरीज के साथ गलत हो, परिजनों का आरोप गलत है.
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