9 माह में तीन हजार महिला उत्पीड़न की घटनाओं पर बिफरी कांग्रेस की महिला नेता जरिता, डिप्टी सीएम शर्मा को लपेटा

Women’s safety issues in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में महिलाओं के खिलाफ कथित उत्पीड़न के खिलाफ कांग्रेस ने कड़ा रुख अपना लिया है. इस बीच कांग्रेस के महासचिव ने सरकार के नंबर दो नेता से इस्तीफे की मांग की है.

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Congress attack on BJP Chhattisgarh: अखिल भारतीय कांग्रेस (Congress) कमेटी के सचिव और छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh)  कांग्रेस के सह प्रभारी जरिता लेत फलांग (Jarita Laitflang) ने प्रदेश सरकार पर जोरदार हमला बोला. उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था चरमरा गई है. ऐसे में गृह मंत्री को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए. यह बयान उन्होंने सोमवार को अम्बिकापुर के राजीव भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता में दिया.

दरअसल, लेत फलांग इन दिनों सरगुजा संभाग के दौरे पर हैं. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक के बाद पत्रकारों से चर्चा की. उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ में भाजपा के नौ महीने के शासन में तीन हजार से ज्यादा महिला उत्पीड़न की घटनाएं सामने आई हैं. यह स्थिति प्रदेश की गंभीरता को दर्शाती है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रदेश की महिलाओं और युवाओं के हक के लिए सड़कों पर उतरने को तैयार है. दुर्भाग्यपूर्ण है कि मां दंतेश्वरी और मां महामाया की इस पवित्र भूमि पर महिलाओं को सम्मान नहीं मिल रहा. न्याय और प्रशासन का राज समाप्त हो चुका है.

पुलिस को बताया कठपुतली

लैतफलांग ने आरोप लगाया कि पुलिस एक कठपुतली बनकर रह गई है और इस सरकार के हाथ खून से रंगे हुए हैं. उन्होंने कहा कि यदि गृह मंत्री न्याय और प्रशासन की बागडोर नहीं संभाल पा रहे हैं, तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए. यदि वे अपने गृह विधानसभा क्षेत्र कवर्धा और आसपास के इलाकों की स्थिति नहीं देख पा रहे हैं, तो वे पूरे प्रदेश की क्या देखेंगे

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इन घटनाओं का किया जिक्र

उन्होंने अम्बिकापुर के ईश्वर राजवाड़े की राजधानी रायपुर में दिनदहाड़े चाकू से हत्या की घटना का जिक्र किया. लेत फलांग ने कहा कि जब राजधानी रायपुर जैसे शहर में अपराधी बेखौफ होकर वारदात को अंजाम दे रहे हैं, तो अन्य शहरों की स्थिति क्या होगी? उन्होंने सीतापुर की एक अन्य घटना का भी उल्लेख किया, जहां तीन माह पूर्व एक आदिवासी की बेरहमी से हत्या की गई थी और मुख्य आरोपी अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. इसके बाद उन्होंने का कि यदि गृह मंत्री न्याय और प्रशासन की बागडोर नहीं संभाल पा रहे हैं, तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए, क्यों कि प्रदेश में इस वक्त महिलाओं को सम्मान नहीं मिल रहा है. यह स्थिति बेहद चिंताजनक है.

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