Health Equipment Scam in CG: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में बिना बजट के 660 करोड़ रुपए की मशीन और दवा खरीदी के मामले को NDTV ने बिते दिनों मुहिम छेड़ी थी. एनडीटीवी ने Ground Zero पर जाकर सभी अस्पतालों के हाल को लोगों के सामने लाने का काम किया था. अब इस खबर का बड़ा असर हुआ है. एनडीटीवी से बात करते हुए स्वास्थ्य मंत्री Shyam Bihari Jaisawal ने पूरे मामले में जांच करने और सही कार्रवाई करने की बात कही. साथ ही, जांच के लिए एक खास टीम का गठन किया जाएगा.
आईएएस की निगरानी में होगी जांच
छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जयसवाल ने 660 करोड़ रुपये के मेडिकल उपकरण खरीदी के मामले में कहा, 'पूरे मामले को लेकर कैग और स्वास्थ्य विभाग की बैठक होगी. विभाग द्वारा की गई खरीदी का ऑडिट किया जाएगा.
आईएएस की जांच कमेटी बना दी गई है. कितनी खरीदी हुई और उपकरणों का कितना उपयोग है, उसकी रिपोर्ट मंगाई गई है. कोई भी गड़बड़ी पाई जाती है तो उसमें सख्त कार्रवाई करेंगे.'
क्या है छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य घोटाला
छत्तीसगढ़ में साल 2022-23 से2023-24 के दौरान स्वास्थ्य विभाग ने 776 प्राथमिक केंद्र के लिये 660 करोड़ की मशीन और दवा खरीदी की, जिसकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जरूरत ही नहीं है. इस पर कैग ने एसीएस स्वास्थ्य सेवा को पत्र लिखकर सत्यापन की बात कही.
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मशीन चलाने के लिए कोई एक्सपर्ट नहीं
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के भाटागांव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने सोनोग्राफी और एक्स रे मशीन खरीद ली. लेकिन, हैरानी की बात ये है कि यहां एक्स-रे मशीन चलाने के लिए ऑर्थोपेडिक एक्सपर्ट डॉक्टर और सोनोग्राफी के लिए महिला रोग विशेषज्ञ डॉक्टर की नियुक्ति कभी हुई ही नहीं. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डॉक्टर हर्षिता टेकाम ने बताया, यहां पर प्राथमिक उपचार की सुविधा है, आजकल बीपी और शुगर की सारी सर्विसेज यहां पर हैं.
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