Forest Department की बड़ी लापरवाही, लाखों की हाईटेक नर्सरी-ग्रीन हाउस को कबाड़ बना डाला, देखिए NDTV पड़ताल

Chhattisgarh News: ग्राम धनगांव में तैयार की गई हाईटेक नर्सरी में लगा गेट इसकी हाईटेक व्यवस्था का दर्शन करता है. गेट का लॉक एवं उसका पासवर्ड विभाग के अलावा सभी जानते हैं. लाखों की लागत से बना यह ग्रीन हाउस किसी भी काम का नहीं है. पास में बना नियंत्रण कक्ष खुद अपने नियंत्रण में नहीं है. पीछे रखा जनरेटर किसी उजड़ी हुई इंडस्ट्री की गाथा सुना रहा है. अंदर रखे गोबर के उबले (कण्डे), लकड़ी और खाली पड़े पौधे तैयार करने के ट्रे अपनी कहानी खुद बयां कर रहे हैं.

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Chhattisgarh Forest Department: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) का बेमेतरा (Bemetara) वन विहीन जिला है, ऐसे में यहां पर वन विभाग (Forest Department) की ओर से लाखों रुपए खर्च करके बनायी गयी हाई टेक नर्सरी (Hi Tech Nursery) लापरवाही की भेंट चढ़ गई है. बेमेतरा जिला मुख्यालय से लगभग 17 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत धनगांव में वृक्षारोपण के लिए हाईटेक नर्सरी का निर्माण कैंपर मद योजना के तहत 2013 में किया गया था. इसका उद्देश्य था कि इस हाईटेक नर्सरी में उच्च तकनीक से पौधे तैयार कर व्यवसाय भी किया जाए और जिले में पौधारोपण कर हरा भरा बनाया जाए. लेकिन अब यहां के हालात देखकर लगता है कि ये कोई कबाड़खाना है. हर तरफ अव्यवस्था का महौल है. देखिए एनडीटीवी (NDTV Ground Report) की खास ग्राउंड रिपोर्ट...

बेकार साबित हो रहा है Greenhouse 

ग्राम धनगांव में तैयार की गई हाईटेक नर्सरी में लगा गेट इसकी हाईटेक व्यवस्था का दर्शन करता है. गेट का लॉक एवं उसका पासवर्ड विभाग के अलावा सभी जानते हैं. लाखों की लागत से बना यह ग्रीन हाउस किसी भी काम का नहीं है. पास में बना नियंत्रण कक्ष खुद अपने नियंत्रण में नहीं है. पीछे रखा जनरेटर किसी उजड़ी हुई इंडस्ट्री की गाथा सुना रहा है. अंदर रखे गोबर के उबले (कण्डे), लकड़ी और खाली पड़े पौधे तैयार करने के ट्रे अपनी कहानी खुद बयां कर रहे हैं.

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Chhattisgarh Forest Department: हाईटेक नर्सरी का हाल

वन विभाग के लिए पौधारोपण बना कारोबार

बेमेतरा जिला पंचायत (Jila Panchayat) की वन विभाग के सभापति गोविंद पटेल ने सीधा आरोप लगाते हुए कहा है कि बेमेतरा जिले में पौधारोपण का कारोबार वन विभाग कर रहा है. जिला बनने के बाद लोगों को उम्मीद थी कि उनका जिला  हरा भरा होगा, लेकिन 12 साल बाद भी 12 जगह सफलता नहीं दिखा पाया वन विभाग.

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खुले में तैयार की जा रही हैं पौध

इस नर्सरी में वर्तमान में मनरेगा मद से दिहाड़ी मजदूरों के द्वारा विभिन्न प्रजाति के पौधे तैयार किया जा रहे हैं, जिसमें मिश्रित प्रजाति व उच्च गुणवत्ता वाले पौधे तैयार किए जा रहे हैं. ग्राम पंचायत धनगांव के निवासी राकेश तिवारी ने कहा यदि सही रखरखाव बेहतर हो तो जिले में नर्सरी 100 से अधिक लोगों को रोजगार भी देगी, लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के चलते यह उजाड़ में तब्दील हो गयी है.

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उम्मीद पर खरा नहीं उतरा वन विभाग

बेमेतरा जिला बनने के बाद लोगों को जो उम्मीद थी वह पूरा नहीं हो सका है हालत यह है कि कई जगह पर वन विभाग की ओर से पौधों का रोपण किया गया लेकिन वह पूरी तरह से असफल रहा है लाखों रुपए खर्च कर संबलपुर के निकट अमोरा मार्ग में वन विभाग की ओर से जो नर्सरी लगाई गई थी वह उजाड़ हो चुकी है लगाए पेड़ पौधे गायब है सिर्फ गड्ढे ही नजर आ रहे हैं.

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