Bhilai Steel Plant: फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट की रखी गई आधारशिला, एक साल में बनाने लगेगा इतने मेगावाट बिजली

Solar Power Plant BSP: भिलाई में पहला पानी पर तैरने वाला सोलर पावर प्लांट बनने जा रहा है. इसकी आधारशिला रख दी गई है. एक साल के अंदर इसे पूरी तरह तैयार कर लिया जाएगा.

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Foundation Stone Laid for Floating Solar Power Plant

BSP News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के दुर्ग (Durg) जिले में भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel Plant) में 15 मेगावाट के फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट (Floating Solar Power Plant) की स्थापना के लिए आधारशिला रखी गई. रविवार को हुए इस आयोजन में नेशनल सोलर पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (NSPCL) के चेयरमैन रविंद्र कुमार और सेल-बीएसपी निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता मुख्य रूप से शामिल हुए. इनके साथ निदेशक, एनएसपीसीएल सी. शिवकुमार और आरईडी (डब्ल्यूआर-II), एनटीपीसी (NTPC) लिमिटेड,दिवाकर कौशिक, सीईओ-एनएसपीसीएल और एनटीपीसी लिमिटेड और सेल के प्रतिष्ठित बोर्ड सदस्य व अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे. यह पहल एनएसपीसीएल की नवीकरणीय ऊर्जा और पर्यावरण संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.

एनएसपीसीएल के लिए एक मील का पत्थर- रविंद्र कुमार

आधारशिला समारोह में एनएसपीसीएल के चेयरमैन रविंद्र कुमार ने परियोजना के महत्व पर जोर देते हुए कहा, '15 मेगावाट का फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट न केवल एनएसपीसीएल के लिए एक मील का पत्थर है, बल्कि हमारे सतत विकास के प्रति समर्पण का प्रमाण है. हम भारत की नवीकरणीय ऊर्जा क्षमताओं को बढ़ाने और जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता को कम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.'

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सोलर पावर प्लांट के लिए रखी गई आधारशीला

ऊर्जा संरक्षण के लिए समर्पित है सेल-निदेशक प्रभारी

बीएसपी के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता ने कहा, 'यह 15 मेगावाट प्लांट पूरे भारत में सभी सेल प्लांट्स में एक प्रमुख परियोजना होगी, जो नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों की ओर मार्गदर्शन करेगा. सेल ऊर्जा संरक्षण के लिए समर्पित है और वैश्विक वार्मिंग से लड़ने की अपनी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित कर रहा है. भिलाई स्टील प्लांट के मरोदा टैंक में यह तैरते हुए सोलर पैनल ऊर्जा उत्पादन की दिशा में अत्याधुनिक परियोजना साबित होंगे, जो औद्योगिक अनुप्रयोगों में नवीकरणीय ऊर्जा की क्षमता को प्रदर्शित करेंगे.'

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फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट के फायदे 

इस तरह से सोलर पावर प्लांट स्थापित करने से जमीन का कम से कम उपयोग होता है. जिससे वे उन क्षेत्रों के लिए आदर्श बनती हैं जहां भूमि की उपलब्धता सीमित है. इसके अलावा, ये जल निकायों से इवैवोरेशन की स्पीड को भी कम करता है. पानी को संरक्षित करने में मदद करती हैं. भिलाई स्टील प्लांट के लिए जल वाष्पीकरण में बचत के कारण अनुमानित मौद्रिक बचत करोड़ों में होगी. यह 15 मेगावाट का फ्लोटिंग सोलर प्लांट लगभग एक वर्ष में स्थापित होने की उम्मीद है. यह पर्याप्त विद्युत उत्पादन भिलाई स्टील प्लांट की ऊर्जा आवश्यकताओं के एक महत्वपूर्ण हिस्से को पूरा करेगा, जिससे एक स्थिर और पर्यावरण अनुकूल बिजली आपूर्ति सुनिश्चित होगी. 

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कम करेगा बीएसपी का कार्बन फुटप्रिंट

यह पहल स्टील प्लांट के कार्बन फुटप्रिंट को काफी हद तक कम करने में मदद करेगी, जो ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने के वैश्विक और राष्ट्रीय लक्ष्यों के अनुरूप है. महत्वपूर्ण रूप से इस परियोजना को सेल की नवीकरणीय ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए डिजाइन किया गया है और यह छत्तीसगढ़ में अपनी तरह की पहली परियोजना है, जो राज्य में भविष्य की ग्रीन एनर्जी परियोजनाओं के लिए एक मिसाल कायम करेगी. एनटीपीसी लिमिटेड, एनएसपीसीएल की मातृ कंपनी, विभिन्न स्थानों पर फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट स्थापित करने और सफलतापूर्वक संचालित करने में व्यापक अनुभव रखती है. 

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