14 हजार 500 प्रसव करा चुकीं दुर्ग की डॉ धुर्वे ने 101 जुड़वा बच्चों की डिलीवरी कर बनाया अनोखा रिकॉर्ड

Dr Vinita Dhurve: जुड़वां बच्चों की 101वीं डिलीवरी कराने वाली डॉ धुर्वे ने बताया कि 2011 से वह लगातार मैटरनिटी वार्ड में डिलीवरी करा रही थीं, लेकिन गिनती पर कभी ध्यान नहीं दिया. 2022 से 2024 के बीच 100वें जुड़वां बच्चों की डिलीवरी कराकर शतक का रिकॉर्ड बनाया है.

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Normal Delivery: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के दुर्ग जिले (Durg District) के जिला अस्पताल (District Hospital Durg) की मदर चाइल्ड यूनिट (Mother Child Unit) में कार्यरत डॉ विनीता धुर्वे (Doctor Vinita Dhurve) ने महज ढाई साल में 101 जुड़वां बच्चों की डिलीवरी कराकर एक अनोखा रिकॉर्ड कायम किया है. डॉ धुर्वे अब तक 14 हजार 500 प्रसव करा चुकी हैं. वह देश की पहली डॉक्टर (First Indian Doctor) हैं, जिनके नाम जुड़वां बच्चों की डिलीवरी (Most Number of Twins Delivery) कराने का अनोखा रिकॉर्ड दर्ज है.

नॉर्मल डिलेवरी है इनकी खासियत

भिलाई के कैलाश नगर निवासी शेख फैयाज की पत्नी बुशरा परवीन ने जुड़वां बेटियों को जन्म दिया है. खास बात यह है कि डॉ धुर्वे ने इस दौरान सबसे ज्यादा नॉर्मल डिलीवरी कराई है.

जुड़वां बच्चों की 101वीं डिलीवरी कराने वाली डॉ धुर्वे ने बताया कि 2011 से वह लगातार मैटरनिटी वार्ड में डिलीवरी करा रही थीं, लेकिन गिनती पर कभी ध्यान नहीं दिया. 2022 से 2024 के बीच 100वें जुड़वां बच्चों की डिलीवरी कराकर शतक का रिकॉर्ड बनाया है.

डॉक्टर धुर्वे आगे कहती हैं कि मुझे यह नहीं पता था कि मैं इस मुकाम पर पहुंचूंगी. उन्होंने कहा, "अब 101वीं डिलीवरी कराकर हमने दूसरे शतक की ओर कदम बढ़ा दिया है. हजार तक जुड़वां बच्चों की डिलीवरी कराने का हमारा लक्ष्य है."

स्टाफ का जताया आभार

उन्होंने बताया कि उनकी इस उपलब्धि में उनके स्टाफ का भी पूरा सहयोग मिला. इसी वजह से यह रिकॉर्ड बन पाया है. कभी भी जुड़वां बच्चों की डिलीवरी का केस आता है तो स्टाफ के सभी डॉक्टर उनके पास ही रहते हैं. उन्होंने कहा, "कई सीरियस केस सामने आ चुके हैं लेकिन हमने सफलतापूर्वक उसे हैंडल किया है. जब मां-बच्चा सुरक्षित रहते हैं तो एक अलग तरह की खुशी होती है."

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यहां से की है पढ़ाई

डॉ विनीता धुर्वे ने साल 2003 में रायपुर मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस करने के बाद दुर्ग में ही इंटर्नशिप की. इसके बाद दुर्ग जिले के रसमड़ा, अहिवारा सहित अलग-अलग जगहों पर पदस्थ रहीं. वह 2011 से दुर्ग जिला अस्पताल के मैटरनिटी वॉर्ड में अपनी सेवाएं दे रही हैं. अब तक 14 हजार 500 प्रसव करा चुकी हैं.

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