40 हजार रुपये के सिक्के बोरे में भरकर किसान पहुंचा स्कूटी खरीदने, इसके बाद जो हुआ...

एक किसान अपनी पत्नी और बेटी के साथ उन सिक्कों से भरे बोरे लेकर  शोरूम पहुंचे, उनकी सादगी और उत्साह ने वहां मौजूद सभी लोगों का दिल जीत लिया. जब इस बात की जानकारी शोरूम के डायरेक्टर  आनंद गुप्ता को हुई, तो उन्होंने न केवल किसान परिवार का आदरपूर्वक स्वागत किया, बल्कि स्टाफ को उन सिक्कों की गिनती में लगा दिया.

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Jashpur News: कभी-कभी सपनों को हकीकत में बदलने के लिए बस हिम्मत, लगन और सच्चे इरादों की जरूरत होती है. ऐसा ही एक मामला जशपुर जिले में देखने को मिला, जहां एक किसान परिवार ने मेहनत और उम्मीद के बल पर अपने सपने को साकार कर दिखाया.

गांव केसरा निवासी किसान बजरंग राम भगत अपनी बेटी चम्पा भगत को एक होंडा एक्टिवा दिलाने का सपना देख रहे थे. सीमित आय के बावजूद उन्होंने ठान लिया कि बेटी की खुशी के आगे कोई कमी आड़े नहीं आने दी जाएगी. बजरंग राम ने पिछले छह महीनों तक रोज़मर्रा की बचत से ₹40,000 तक के सिक्के जोड़ते रहे और तिनका-तिनका जोड़कर उन्होंने अपने सपने की नींव रखी.

शोरूम के डायरेक्टर ने किसान को दिया पूरा सम्मान

बीते दिनों वे अपनी पत्नी और बेटी के साथ उन सिक्कों से भरे बोरे लेकर  शोरूम पहुंचे, उनकी सादगी और उत्साह ने वहां मौजूद सभी लोगों का दिल जीत लिया. जब इस बात की जानकारी शोरूम के डायरेक्टर  आनंद गुप्ता को हुई, तो उन्होंने न केवल किसान परिवार का आदरपूर्वक स्वागत किया, बल्कि स्टाफ को उन सिक्कों की गिनती में लगा दिया. पूरी टीम ने उत्साह और सम्मान के साथ किसान की मेहनत की कद्र की. सभी सिक्कों की गिनती के बाद, जब बजरंग राम को उनकी नई होंडा एक्टिवा की चाबियां सौंपी गईं, तो बेटी चम्पा भगत के चेहरे पर खुशी और गर्व का अनमोल मिश्रण छलक उठा.

उपहार में मिला मिक्सर ग्राइंडर

इसके साथ ही ह क्षण पूरे परिवार के लिए अविस्मरणीय बन गया. शोरूम में चल रहे “Scratch & Win” ऑफर के तहत, किसान परिवार को मिक्सर ग्राइंडर भी उपहार स्वरूप भेंट किया गया, जिससे उनकी खुशी दोगुनी हो गई. शो रूम के संचालक आनंद गुप्ता ने इस अवसर पर कहा  होंडा परिवार के लिए यह गर्व का क्षण है कि हमें एक किसान परिवार के सपने को साकार करने में योगदान देने का अवसर मिला. उन्होंने कहा कि यह घटना बताती है कि सच्ची मेहनत और ईमानदार कोशिश के आगे कोई बाधा बड़ी नहीं होती है.

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यह कहानी न सिर्फ एक किसान की जिद्द और बेटी के प्रति उसके स्नेह की मिसाल है, बल्कि समाज को यह संदेश भी देती है कि अगर नीयत सच्ची हो, तो छोटे-छोटे सिक्के भी बड़े सपनों को खरीद सकते हैं. 

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