CG Dhan Kharidi: धान खरीदी केंद्र को बने हो गए 100 साल लेकिन अब तक नहीं बन पाया चबूतरा... लगातार सामने आ रही अव्यवस्था

Chhattisgarh Dhan Kharidi Kendra: छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में शासन की योजना अर्न्तगत किसानों से प्रति क्विंटल 31 रुपये समर्थन मूल्य की दर से धान की खरीदी की जा रही है. किसानों के चेहरे खिले हुए हैं. लेकिन, सेवा सहकारी समितियों में धान खरीदी का जिम्मा उठाने वाले समिति प्रबंधकों में चिंता बनी हुई है.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
धान खरीदी केंद्र पर किसानों को हो रही बहुत परेशानी

Bilaspur Dhan Kharidi Kendra: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बिलासपुर जिले सहित प्रदेश भर में 14 नवंबर से धान खरीदी की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. लेकिन, कई धान खरीदी केंद्रों (Paddy Procurement Centre) में अभी भी बुनियादी सुविधाओं की कमी को दूर नहीं किया जा सका है. मजबूरन, समिति प्रबंधक आधी-अधूरी व्यवस्था के बीच धान खरीदी कर रहे हैं. उपार्जन केंद्रों की बात की जाए, तो जिले में कुल 114 सेवा सहकारी समिति और 140 उपार्जन केंद्र हैं. लेकिन, समितियों में सारी जरूरी व्यवस्था की बात की जाए, तो अभी भी बड़ी संख्या में सेवा सहकारी समितियों में अव्यवस्था का आलम पसरा हुआ है.

100  साल पुराने केंद्र पर नहीं है कोई शेड

आपको जानकर हैरानी होगी कि बिलासपुर शहर से लगे सेवा सहकारी समिति सरकण्डा 100 साल पुरानी समिति होने के बावजूद यहां अब तक सेड और चबूतरा नहीं बनाया गया है. इसके अलावा, कई मूलभूत सुविधाओं की यहां कमी है. जिले में लगभग 20 से ज्यादा ऐसे धान खरीदी केंद्र हैं, जहां न तो सेड बना है और ना ही चबूतरा है. इन समितियों में धान की बोरियों को जमीन पर रखा जा रहा है. 

Advertisement

किसानों को हो रही बहुत परेशानी

ये भी पढ़ें :- Fake DAP Fertilizer: खाद की किल्लत से जूंझ रहे किसानों को बेची जा रही थी नकली उत्पाद, माफियाओं पर ऐसे कसा शिकंजा

Advertisement

समिति प्रबंधकों के लिए बना जी का जंजाल

बेमौसम बारिश और देरी से धान का उठाव होना समिति प्रबंधकों के लिए जी का जंजाल बनता जा रहा है. सरकार की लचर व्यवस्था से धान के खराब होने की संभावना बनी रहती है. अंत में सरकार के आदेश के बाद किसानों से धान की खरीदी करने वाले प्रबंधकों को धान की भरपाई करनी पड़ती है.

Advertisement

ये भी पढ़ें :- CSEB Transformer Fire: एक साथ कई ट्रांसफॉर्मरों में लग गई आग, कड़ी मशक्कत के बाद दमकल विभाग को मिली सफलता