Rape Case: छ्त्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में 3 साल की बच्ची से रेप का सनसनीखेज मामले सामने आया है. बच्ची की हालत ऐसी थी कि डॉक्टर्स का भी कलेजा कांप गया. इस मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर 14 साल के नाबालिग को पकड़कर सुधारगृह भेज दिया है. पूरा मामला फरसपाल थाना क्षेत्र का है.
बच्ची का इलाज करने वाली जिला अस्पताल की डॉक्टर प्रियंका सक्सेना ने कहा कि बच्ची की स्थिति को देख मेरा कलेजा कांप गया. उसे देखकर मुझे रोना आ गया. उसकी स्थिति ठीक नहीं थी. हालांकि 2 दिन तक हमने उसे अपनी निगरानी में रखा. ठीक होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया है.
अकेले देख घर में घुसा
दरअसल बच्ची के घर के पास रहने वाले एक व्यक्ति के घर उसका 14 साल का भांजा आया हुआ था. लड़के का बच्ची के घर में लगातार आना-जाना भी था. 13 मई को बच्ची के परिजन कहीं बाहर गए हुए थे. उन्होंने बच्ची की देखभाल करने के लिए अपने पड़ोसियों से कहा था. इसी बात का फायदा उठाकर नाबालिग के घर में घुस गया और बच्ची से रेप कर दिया.
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बच्ची की हालत देख परिजनों ने पुलिस को दी सूचना
जब परिजन घर पहुंचे तो बच्चे की स्थिति ठीक नहीं थी. बच्ची की हालत देख परिजनों के पैरों तले जमीन खिसक गई. इसके बाद फौरन इस मामले की जानकारी फरसपाल पुलिस को दी गई. बच्ची को दंतेवाड़ा जिला अस्पताल लाया गया, जहां उसका इलाज किया गया. जिला अस्पताल में बच्ची 2 दिन तक इलाज के बाद उसे डिस्चार्ज कर दिया गया है.
फरसपाल, थाना प्रभारी चंद्रशेखर श्रीवास ने कहा कि मामले की जानकारी मिलते ही हमने तत्काल एक्शन लिया. आरोपी की उम्र सिर्फ 14 साल है. उसे पकड़कर बाल सुधारगृह में भेज दिया गया है.
पुलिस की भूमिका संदिग्ध
इधर बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष बबिता पांडेय ने इस पूरे मामले में कार्रवाई को लेकर पुलिस पर संदेह जताया है. बबिता ने कहा कि इस मामले को लेकर हमें पुलिस की भूमिका संदिग्ध लग रही है. जब बच्ची के साथ रेप हुआ तो उन्हें हमें जानकारी देनी चाहिए थी. उन्होंने हमें जानकारी नहीं दी. जिस एक्ट के तहत कार्रवाई की जानी थी वो भी नहीं की गई है.
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