Congress विधायक के गिरफ्तार होने पर भी नहीं घटी लोकप्रियता, राखी बांधने के लिए जेल पहुंची हजारों बहनें

Chhattisgarh News Today: महिलाओं का कहना था कि राजनीतिक साज़िश के तहत उन्हें जेल हुई है, लेकिन वे आठ सालों से विधायक देवेंद्र यादव को राखी बांधती आ रही है. इसलिए, इस बार रक्षाबंधन के पहले ही उन्हें पुलिस ने गिरफ़्तार कर जेल भेज दिया. उनका भाई जेल की सलाखों के पीछे हैं. इसलिए वे बहन का कर्तव्य पूरा नहीं कर पाई है और अपने भाई को राखी बांधने से वंचित रह गई है.

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Chhattisgarh News: बलौदाबाजार (Balodabazar violence) कलेक्ट्रेट में आगजनी और हिंसा मामले में जेल में बंद भिलाई नगर से कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव (Devendra Yadav) जेल में बंद हैं. उनकी न्यायिक रिमांड (Judicial Custody) सात दिन के लिए और बढ़ा दी गई है. इस बीच देवेंद्र यादव के विधानसभा क्षेत्र की महिलाएं बड़ी संख्या में राखी बांधने (Rakshabandhan) के लिए रायपुर के केंद्रीय जेल (Raipur Central Jail) पहुंच गई. ये महिलाएं यहां जेल प्रशासन से विधायक देवेंद्र यादव को राखी बांधने की मांग करने लगी. हालांकि, जेल प्रशासन ने महिलाओं की मांग नहीं मानी और उन्हें उल्टे पांव लौटा दिया.

Photo Credit: Zulfikar Ali

महिलाओं ने जेल के बाहर किया प्रदर्शन

कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव को राखी बांधने की अनुमति नहीं मिलने से सैकड़ों की संख्या में आक्रोशित महिलाओं ने जेल परिसर के गेट पर प्रदर्शन करने लगी, जिसकी वजह से कुछ देर सड़क जाम जैसी स्थित बन गई. महिलाओं के प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस बल का उपयोग करना पड़ा. कड़ी मशक्कत के बाद महिलाओं को सड़क से किनारे किया गया. महिलाओं का कहना था कि राजनीतिक साज़िश के तहत उन्हें जेल हुई है, लेकिन वे आठ सालों से विधायक देवेंद्र यादव को राखी बांधती आ रही है. इसलिए, इस बार रक्षाबंधन के पहले ही उन्हें पुलिस ने गिरफ़्तार कर जेल भेज दिया. उनका भाई जेल की सलाखों के पीछे हैं. इसलिए वे बहन का कर्तव्य पूरा नहीं कर पाई है और अपने भाई को राखी बांधने से वंचित रह गई है.

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Photo Credit: Zulfikar Ali

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देवेंद्र यादव को इसलिए किया गया है गिरफ़्तार

बलौदाबाजार के अमर गुफा में सतनामी समाज के पवित्र धार्मिक चिन्ह जैतखाम के अपमान के विरोध में दोषियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की मांग पर सतनामी समाज के अलग-अलग संगठन ने 10 जून 2024 को बड़ा आंदोलन किया था, जिसे समर्थन देने के लिए विधायक देवेंद्र यादव भी पहुंचे थे. बाद में इस आंदोलन ने उग्र रूप ले लिया और भीड़ ने कलेक्ट्रेट को आग लगा दी. लिहाजा, विधायक देवेंद्र यादव पर भी भड़काऊ भाषण देने का आरोप लगा. उसी मामले में पुलिस ने 17 अगस्त को देवेंद्र यादव को गिरफ़्तार कर जेल भेज दिया. 

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