Cyber Crime: ठगों का नया तरीका, अब पुलिस विभाग की वेबसाइट बनाकर कर रहे हैं ठगी, मृतक को भी नहीं छोड़ा

Chhattisgarh Police: जशपुर पुलिस अधीक्षक (Jashpur Superintendent of Police) जशपुर शशि मोहन सिंह ने आम लोगों से अपील की है  कि अब ऑनलाईन एफआईआर होने के कारण और एफआईआर पर मोबाइल नंबर दर्ज होने के वजह से ठगी करने वाले गिरोह इस तरह की घटना को अंजाम दे रहे हैं. शिकायतकर्ता एवं अन्य किसी के पास इस प्रकार से फोन काॅल आते हैं तो वे इसके बारे में तत्काल पुलिस को सूचित करें.

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CG Crime News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में अब साइबर ठगों (Cyber Thug) ने ठगी का नया तरीका अपनाया है. अब तक पुलिस अधिकारियों (Police Officers) की सोशल मीडिया की फेक आईडी (Fake ID) बनाकर ठग लोगों से पैसे ठगा करते थे. इसके अलावा बैंक कस्टमर केयर (Customer Care) और बैंक अधिकारी (Bank Officer) बनकर ठगी (Bank Fraud) करने वाले ठग साइबर क्राइम (Cyber Crime) का पुराना तरीका छोड़कर अब छत्तीसगढ़ पुलिस की वेबसाइट (Chhattisgarh Police Website) के जरिये आम लोगों को ठगने का नया तरीका ईजाद किया है. इस बार तो इन ठगों ने मृतक के नाम पर ठगी का पूरा बनाया था. 

क्या है मामला?

दो दिन पहले तपकरा थाना (Tapkara Police Station) क्षेत्र के लवाकेरा के पास ओडिशा (Odisha) की ओर से आ रहे ट्रक ने तीन बाइक सवारों को रौंद दिया था. बाइक में सवार दोकड़ा चौकी क्षेत्र के बिहाबल निवासी रत्थू राम की मौत (Death) हो गई थी.

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मृतक के भाई संदीप राम ने अपने भाई के एक्सीडेंट की रिपोर्ट थाना तपकरा में दर्ज कराई थी. इस मामले में एफआईआर (FIR) दर्ज करने के बाद एफआईआर को पुलिस विभाग की वेबसाइट (Police Department Website) में भी अपलोड किया गया था. एफआईआर में प्रार्थी का मोबाइल नंबर भी दर्ज था. FIR अपलोड होने के कुछ देर बाद ही प्रार्थी द्वारा दर्ज कराये एफआईआर में दर्ज किए गए मोबाईल नंबर में एक अज्ञात नंबर से कॉल आया.

अब यहां से शुरु हुआ ठगी का जाल

फोन करने वाले ने अपने आपको थाना प्रभारी (Thana Incharge) बताते हुये शिकायत दर्ज कराने वाले के मोबाइल पर काॅल किया और 02-03 दिन में एक्सीडेंट का क्लेम 05-06 लाख रुपये दिलवाने की बात कही.

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फोन करने वाले ठग ने इस काम को कराने के बदले में 20 हजार रुपये की मांग की, उसने तुरंत ही 10 हजार रुपये ऑनलाइन देने पर ट्रक मालिक को पकड़ने के लिये स्टाॅफ भेजने की बात भी कही. FIR दर्ज कराने वाले संदीप को शक होने पर उन्होंने फोन पे (Phone Pay) में रकम भेजने के पूर्व मामले की सूचना सम्बंधित थाने के अधिकारियों को दी. जिसके बाद पुलिस अधिकारियों ने किसी भी अज्ञात व्यक्ति को पैसे न देने की सलाह दी.

पुलिस ने कहा सतर्क रहिए...

जशपुर पुलिस अधीक्षक (Jashpur Superintendent of Police) जशपुर शशि मोहन सिंह ने आम लोगों से अपील की है  कि अब ऑनलाईन एफआईआर होने के कारण और एफआईआर पर मोबाइल नंबर दर्ज होने के वजह से ठगी करने वाले गिरोह इस तरह की घटना को अंजाम दे रहे हैं. शिकायतकर्ता एवं अन्य किसी के पास इस प्रकार से फोन काॅल आते हैं तो वे इसके बारे में तत्काल पुलिस को सूचित करें, ताकि पुलिस द्वारा कारवाई की जा सके. जिस नंबर से संदीप राम को फोन आया था उसकी जांच सायबर सेल (Cyber Cell) यूनिट द्वारा की जा रही है.

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